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‘नया भारत, समर्थ भारत’ संकल्प से सिद्धि की ओर बढ़ता भारत है, जिसमें स्वच्छता, स्वास्थ्य, गरीबी, भ्रष्टाचार, ग्रामोदय, नारी सशक्तीकरण, कुपोषण, कृषि तथा किसान की दशा, विविध आयामी सद्भाव तथा बुनियादी ढाँचा आदि अनेक ऐसे अहम मुद्दे हैं, जिन पर स्वतंत्रता के बाद सत्ता सँभालने वालों को गंभीरता से काम करना चाहिए था, लेकिन राजनीतिक हित तथा निहित स्वार्थों के चलते इन सामाजिक तथा राष्ट्रीय हितों को हाशिए पर रखा गया। ‘संकल्प’ शक्ति के अभाव में उक्त मुद्दे गंभीर चुनौती बनते चले गए। सन् 2014 में त्रस्त जनता ने भारी जनादेश देकर भाजपा को विजयी बनाया। प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई उम्मीदें जगीं। 15 अगस्त, 2014 को लालकिले की प्राचीर से अपने पहले ही संबोधन में उन्होंने प्रधान सेवक बनकर उपर्युक्त मुद्दों को गंभीरता से उठाते हुए उनके समाधान का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने निराशा तथा नकारात्मकता में डूबे जन-जन को झकझोरा, भागीदारी का आह्वान किया तथा संकल्पबद्ध होकर कार्य करने का विश्वास जगाया। जन-जन की भागीदारी से राष्ट्रहित में अनेक बड़े और कड़े फैसले लेते हुए वे आगे बढ़ते रहे। लक्ष्य स्पष्ट था—‘सबका साथ, सबका विकास’। ‘साफ नीयत’ से लिये गए संकल्प अब सिद्धि की ओर बढ़ रहे हैं। ‘नए भारत’ की व्यावहारिक संकल्पना की प्रेरक प्रस्तुति है यह कृति ‘नया भारत, समर्थ भारत’।
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अनुक्रम
‘नया भारत’—‘संकल्प’ गीत —Pgs. 7
शुभाशीष —Pgs. 9
आशीर्वचन —Pgs. 11
लेखकीय मंतव्य —Pgs. 13
1. ‘जागरण’ का उद्घोष —Pgs. 19
2. ‘संकल्प से सिद्धि’—‘नए भारत’ की संकल्पना—नरेंद्र दामोदरदास मोदी —Pgs. 40
3. नया भारत : ‘संकल्प से सिद्धि’ की ओर बढ़ता भारत —Pgs. 48
4. मैं योजनाओं का ‘संकल्प’ लेकर आया हूँ —Pgs. 55
5. ‘सिद्धि’ की ओर बढ़ता भारत —Pgs. 60
6. सबका साथ, सबका विकास —Pgs. 69
7. ऐसे बन रहा है—नया भारत —Pgs. 115
8. कार्य संस्कृति में बदलाव—असंभव से संभव की ओर बढ़ता भारत —Pgs. 161
9. विकास के कैनवास पर : नया भारत —Pgs. 186
10. विकास की पंचधारा : नए युग में प्रवेश करता भारत —Pgs. 209
11. पुनः ‘नए भारत’ हेतु ‘संकल्पों’ का उद्घोष तथा ‘सिद्धि’ हेतु अधीरता —Pgs. 213
डॉ. वेदप्रकाश
जन्म : 20 दिसंबर, 1974
शिक्षा : बी.ए. (ऑनर्स), एम.ए. (हिंदी), एम.फिल., पी-एच.डी., एम.ए. (पत्रकारिता एवं जनसंचार), अनुवाद— भारत सरकार से मान्यता प्राप्त एकवर्षीय वाकसेतु स्नातकोत्तर (अंग्रेजी-हिंदी-अंग्रेजी) डिप्लोमा—भारतीय अनुवाद परिषद्, नई दिल्ली से।
लेखन कार्य : ‘बोधा के काव्य में जीवन-मूल्य’, ‘कवि बोधा और उनका इश्कनामा’, ‘कवि आलम और उनकी आलमकेलि’, ‘साहित्येतिहासकारों की दृष्टि मीमांसा’, ‘हिंदी भाषा, साहित्य और संस्कृति’, ‘संकल्प राष्ट्र निर्माण का’ (प्रधानमंत्रीजी के मन की बात का विश्लेषण)। हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में अनेक शोध लेख प्रकाशित। मध्यकालीन साहित्य के अध्ययन-अध्यापन में विशिष्ट अभिरुचि।
सम्मान-पुरस्कार : साहित्यश्री कृति सम्मान 2018, दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड, संस्कृति मंत्रालय।
संप्रति : हिंदी विभाग, हंसराज महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर।
निवास : सी-298, सरिता विहार, नई दिल्ली-110076
संपर्क : 9818194438
इ-मेल : ved0550@gmail.com