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Neta Banam Aaloo   

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Author Aalok Puranik
Features
  • ISBN : 9789380186122
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Aalok Puranik
  • 9789380186122
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2018
  • 144
  • Hard Cover

Description

रिश्तों से लेकर फरिश्तों तक सबकुछ बाजार की चपेट में है। बाजार सिर्फ वही नहीं है, जहाँ वह दिखता है। बाजार अब घर के अंदर के रिश्तों में पसरा हुआ है, अमेरिका सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं, भारत में कई अमेरिका फल-फूल रहे हैं। कुल मिलाकर पंद्रह-बीस सालों में व्यंग्य के नए विषय और आयाम सामने आए हैं। प्रस्तुत संग्रह में आपको ऐसे व्यंग्य मिलेंगे, जिन्हें देखकर आप कह उठेंगे, अरे! इस विषय पर भी व्यंग्य हो सकता है क्या!

The Author

Aalok Puranik

जन्म : 30 सितंबर, 1966, आगरा।

शिक्षा : एम.कॉम., पी-एच.डी.।

रचना-संसार : ‘नेकी कर अखबार में डाल’, ‘लव पर डिस्काउंट’, ‘बालम तू काहे ना हुआ एनआरआई’, ‘नेता बनाम आलू’, ‘व्हाइट हाउस में रामलीला’, ‘मर्सीडीज घोड़े बनाम 800 सीसी घोड़े’ (व्यंग्य-संग्रह); नवभारत टाइम्स, दैनिक हिंदुस्तान, राष्ट्रीय सहारा, दैनिक ट्रिब्यून, आई नेक्स्ट समेत कई अखबारों में नियमित व्यंग्य-कॉलम लेखन; करीब दो हजार व्यंग्य-लेख प्रकाशित। सब टीवी, सहारा न्यूज, जी न्यूज पर व्यंग्य-पाठ।

पुरस्कार-सम्मान : ‘आर्थिक पत्रकारिता’ पुस्तक पर ‘भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार’, हिंदी अकादमी दिल्ली का ‘हास्य-व्यंग्य सम्मान’, ‘काका हाथरसी पुरस्कार’,  ‘व्यंग्यकार  के.पी.  सक्सेना सम्मान’।

संप्रति : दिल्ली विश्वविद्यालय के महाराजा अग्रसेन कॉलेज के कॉमर्स विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर।

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