₹150
नींद मनुष्य को मिला ऐसा अद्भुत उपहार है, जिसकी तुलना जीवन के सिवा ईश्वर की किसी अन्य देन से नहीं की जा सकती है। नींद के बिना न जागृति की कल्पना की जा सकती है, न परम आनंद के आभास की।
निद्रा स्वस्थ जीवन के लिए बहुत जरूरी है। चैन की नींद मनुष्य को ईश्वर का एक अनूठा, अनुपम और अनमोल उपहार है। भाग्यशाली हैं वे लोग, जो अपने जीवनकाल में अनिद्रा का शिकार नहीं होते। निद्रा प्रकृति द्वारा प्रदत्त एक ऐसी क्रिया है, जो मानव शरीर को स्वस्थ और निरोग रखती है। मनुष्य अपने पूरे जीवनकाल में एक तिहाई समय सोने में ही बिताता है। पर्याप्त नींद जहाँ शरीर में अनेक उपयोगी हारमोन की उत्पत्ति में सहायक है, वहीं अपर्याप्त नींद शारीरिक और मानसिक तनाव की वजह भी बन जाती है।
चिकित्सा क्षेत्र के विद्वान् लेखकद्वय ने निद्रा जैसी महत्त्वपूर्ण नैसर्गिक क्रिया, उससे संबंधित समस्याओं और उनके समाधान की दिशा में सरल-सुबोध भाषा में यह पुस्तक लिखकर मानवोपयोगी कार्य किया है।
________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम
प्राक्कथन — Pgs. 7
विषय परिचय — Pgs. 9
1. क्या है निद्रा — Pgs. 13
2. कैसे आती है नींद — Pgs. 15
3. नींद की आवश्यकता — Pgs. 23
4. अपर्याप्त नींद — Pgs. 26
5. अनिद्रा के दुष्परिणाम — Pgs. 31
6. सार्थक निद्रा लाने के उपाय — Pgs. 34
7. दिन में अत्यधिक नींद आना — Pgs. 42
8. निद्रा और शारीरिक रोग — Pgs. 71
9. अनिद्रा और मानसिक रोग — Pgs. 82
10. अनिद्रा और मनोवैज्ञानिक रोग — Pgs. 88
11. नींद संबंधी अन्य विकार — Pgs. 89
12. विविध : निद्रा और स्वप्न — Pgs. 91
13. अनिद्रा नियंत्रण — Pgs. 97
एम.बी.बी.एस., एम.आर.सी.पी. (इंग्लैंड), डिप्लोमेट इंटरनल मेडिसिन, (यू.एस.ए.) फैलो अमेरिकन कॉलेज कॉर्डियोलॉजी (यू.एस.ए.)। यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली की परीक्षा में मेडिसिन, नाक, कान, गला, विज्ञान, फोरेंसिक मेडिसिन में गोल्ड मेडल के साथ प्रथम स्थान प्राप्त एवं यू.एस.ए. में रेजीडेंसी के पश्चात् कंसल्टेंट मेडिसिन फोर्ट हैमिल्टन हॉस्पिटल, सिनसिनाटी में कार्यरत रहे। मेडिकल कॉलेज ऑफ विस्कॉन्सिन, यू.एस.ए. से फैलो ऑफ कॉर्डियोलॉजी का अध्ययन समापन कर ‘फैलो ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ कॉर्डियोलॉजी’ की उपाधि ग्रहण की।
एम.डी. (मेडिसिन) एफ.ए.सी.सी. (अमेरिका), एफ.आई.एम.एस.ए. एम.एन.ए. एम.एस. एफ.आई.सी.सी.एफ. आई.सी.पी.। पूर्व डायरेक्टर, प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष एवं मुख्य परामर्शदाता काय चिकित्सक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज और गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दिल्ली; पूर्व राष्ट्रपति द्वारा उनके मानद चिकित्सक नियुक्त।
प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष (मेडिसिन) जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एवं रिसर्च, पांडिचेरी; सहप्राध्यापक (मेडिसिन विभाग) मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, लोकनायक जयप्रकाश नारायण व गोविंद बल्लभ पंत अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज व राम मनोहर लोहिया अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक एवं इकाई अध्यक्ष; वरिष्ठ परामर्शदाता, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली; प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, संतोष मेडिकल कॉलेज, गाजियाबाद। वर्तमान वरिष्ठ परामर्शदाता मेडिसिन अपोलो क्लीनिक व इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर, वसंत कुंज, नई दिल्ली।
मेडिकल साइंस से संबंधित पचास से भी अधिक शोधपत्र, राष्ट्र की एसोसिएशन फिजिशियंस द्वारा प्रकाशित अपडेट पुस्तकों में आलेख। राष्ट्र के अनेक हिंदी व अंग्रेजी दैनिकों/ साप्ताहिकों में अनगिनत स्वास्थ्य लेख लिखे। हिंदी दैनिक ‘हिंदुस्तान’ में पाँच वर्ष से अधिक से साप्ताहिक फीचर ‘आरोग्य धारा’, ‘हैलो डॉक्टर’ का संपादन किया।