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यदि ऊँची उड़ान आपका लक्ष्य है तो अपनी योजना में शामिल करिए— हौसला, पंख और आँखें। हौसला, जो आपको ऊँची-से-ऊँची उड़ान भरने के लिए प्रेरित करे; पंख, जो आपको थकने न दे; आँखें, जिनमें तड़प हो नए आकाश को देखने की!
ऊँची उड़ान का आनंद वही ले सकता है, जिसने किसी जगह विशेष को लक्ष्य बनाने की बजाय ऊँची उड़ान को ही लक्ष्य बना लिया है। यदि लक्ष्य की प्राप्ति एक सुखद क्षण है, तो ऊँची उड़ान को लक्ष्य बनानेवाले पंखों को हर क्षण एक सुखद अनुभूति हो रही है। खुला आसमान, चौड़े पंख और लक्ष्य पर नजर रखते हुए हर पल लक्ष्य प्राप्ति सुखानुभूति की पराकाष्ठा है।
लक्ष्य को प्राप्त करना तो वास्तव में एक क्षण की उपलब्धि है, लेकिन इसको प्राप्त करने की यात्रा हर क्षण एक उपलब्धि है। यह जीवन को सकारात्मक नजरिए से देखने की एक बानगी मात्र है, जिसे स्वीकार करते ही आप ऊँची उड़ान के रास्ते में आनेवाली हर बाधा से नई ऊर्जा प्राप्त करेंगे और सारी नकारात्मकता बहुत पीछे छूट जाएगी; शेष बचेगा— उत्साह, शांति और लगातार मिलनेवाला सृजनात्मक संतोष!
शैक्षिक ब्रांड Examania के संस्थापक, रचनात्मक दृष्टि से संपन्न व नितांत प्रयोगधर्मी शिवेंद्र प्रताप सिंह लेखक, स्तंभकार व कुशल प्रबंधक हैं। देश के विभिन्न प्रकाशन संस्थानों से दर्जनों पुस्तकें प्रकाशित। साहित्य, समाज, संस्कृति व दर्शन में विशेष रुचि रखनेवाले शिवेंद्र प्रताप सिंह ने जीवन के ज्वार-भाटे से उत्पादित अक्षय ऊर्जा को इस पुस्तक में सफलतापूर्वक लिपिबद्ध किया है।
इ-मेल : shivenpsingh@gmail.com
1978 बैच के आई.पी.एस. अधिकारी दिलीप त्रिवेदी अपनी कर्मठता, प्रबंधन कौशल व नवाचार के लिए जाने जाते हैं। सिविल पुलिस, पी.ए.सी., सी.बी.-सी.आई.डी., आई.टी.बी.पी., बी.एस.एफ. और सी.आर.पी.एफ. में विभिन्न पदों पर रहते हुए वर्तमान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक पद पर कार्यरत हैं। प्रस्तुत पुस्तक उनके जीवन के तमाम अनुभवों का निचोड़ है, जो भावी पीढि़यों के लिए प्रेरणा का एक अक्षय स्रोत बनेगा।