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ओडि़या के समृद्ध कथा-सागर से कुल अठारह कथाकारों की लोकप्रिय कहानियाँ इस संग्रह में ली गई हैं। इनमें दस कथाकार ऐेसे हैं, जो केंद्रीय साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत व सम्मानित हैं। तीन कथाकार भारतीय ज्ञानपीठ और दो सरस्वती सम्मान से विभूषित हैं। इन कहानियों के जरिए पाठकों को ओडि़या समाज के धार्मिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रीति-रिवाजों से परिचित होने का अवसर मिलेगा। कथ्य और शिल्प की दृष्टि से भी ये कहानियाँ प्रभावशाली व अविस्मरणीय हैं।
इस संकलन की एक खास बात यह भी है कि इसमें ओडि़या की जानी-मानी पाँच महिला कथाकारों प्रतिभा राय, मानसी दास, अर्चना नायक, यशोधरा मिश्र और पारमिता शतपथी की एक से बढ़कर एक लोकप्रिय कहानी शामिल है। इन कहानियों का कथ्य और शिल्प अद्भुत और वैविध्यपूर्ण है। संग्रह की एक-एक कहानी पाठक को काफी कुछ सोचने को मजबूर कर देगी।
भारतीय भाषाओं की कहानियों में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाने में सफल ओडि़या की ये लोकप्रिय कहानियाँ हिंदी के प्रबुद्ध पाठकों को निश्चित ही पसंद आएँगी
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अनुक्रम
1. डाकमुंशी—फकीर मोहन सेनापति—7
2. नाम याद नहीं—गोपीनाथ महांति—12
3. सह-अस्तित्व—प्रो. भुवनेश्वर बेहेरा—22
4. श्मशान का फूल—सच्चिदानंद राउत राय—30
5. मधुमा की रात्रि—सुरेंद्र महांति—37
6. तेईसवीं मृत्यु—किशोरी चरण दास—49
7. चाँद का अभिशाप—अखिल मोहन पटनायक—59
8. मुख दर्पण—यदुनाथ दाश महापात्र—72
9. निमंत्रण—मनोज दास—82
10. मिस कैरोलीना कुजूर—रवि पटनायक—90
11. जीवन-मुति—जगन्नाथ प्रसाद दास—98
12. नेपोलियन—मानसी दास—112
13. मान-रक्षा—प्रतिभा राय—121
14. देव ढुँढ़ाई—अर्चना नायक—135
15. कोमल गांधार—तरुणकांति मिश्र—147
16. शोक—यशोधारा मिश्र—160
17. अग्नि-दहन—मृत्युंजय षड़ंगी—170
18. बाजार—पारमिता शतपथी—181
जन्म : 6 अप्रैल, 1955 रायरंगपुर, मयूरभंज, ओड़ीशा।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से हिंदी में एम.ए. व पी-एच.डी.। वर्ष 1980 से 1983 तक बैंक ऑफ बड़ौदा, मुंबई में हिंदी अधिकारी। 1983 से 1996 तक एन.टी.पी.सी., नई दिल्ली में। 1996 से 1997 जे.एन.यू., नई दिल्ली में एसोशिएट प्रोफेसर (हिंदी अनुवाद)। फरवरी 2008 से फरवरी 2011 तक विश्व हिंदी सचिवालय, मॉरीशस में उप महासचिव व महासचिव रहे। अप्रैल 2015 में एन.टी.पी.सी. लिमिटेड, मुयालय, नई दिल्ली से महाप्रबंधक (राजभाषा) के पद से सेवानिवृ। जुलाई 2015 से अप्रैल 2017 तक महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा में कुलसचिव।
पुरस्कार-सम्मान : ओडि़या से हिंदी अनुवाद के लिए साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली; केंद्रीय हिंदी निदेशालय; हिंदी अकादमी, दिल्ली; उार प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ; राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, मध्य प्रदेश; सांगाती पुरस्कार बेलगाँव, कर्नाटक; भारतीय भाषा परिषद्, कोलकाता; सोमदा सम्मान, इलाहाबाद; भारतीय अनुवाद परिषद् का द्विवागीश पुरस्कार, नई दिल्ली; नवें विश्व हिंदी सम्मेलन, जोहांसबर्ग में ‘विश्व हिंदी सम्मान’; ‘अपनी भाषा’ की ओर से जस्टिस शारदाचरण मित्र स्मृति भाषा सेतु सम्मान, कोलकाता सहित कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित।
मो. : 9650990245
इ-मेल : rpmishra_666@yahoo.co.in