₹350
समाज के आधुनिकीकरण तथा शिक्षा के बदलते स्वरूप में छात्रों को पढ़ाने के लिए विशेष कौशल और दक्षता की आवश्यकता है। विश्व में तकनीकी विकास, सोशल मीडिया, इंटरनेट, टी.वी., वीडियो गेम्स ने छात्रों को न केवल एकाकी बना दिया है, बल्कि भ्रमित कर भटकाव की स्थिति में ला खड़ा किया है। विश्वस्तरीय परिवेश में छात्रों का खरा उतरना एक चुनौती है, जिसके लिए अच्छे मार्गदर्शक शिक्षक की अनिवार्यता आवश्यक हो गई है।
यह पुस्तक जीवन-मूल्यों और आदर्शों पर केंद्रित शैक्षणिक पद्धति विकसित कर आज के छात्रों का सर्वांगीण विकास करने के व्यावहारिक सूत्र बताती है।
छात्रों के मनोविज्ञान और उनकी अध्ययनशीलता को समझकर पठनरुचि विकसित करनेवाली प्रैक्टिकल हैंडबुक है यह पुस्तक।
जन्म : 23 जनवरी, 1964 ।
शिक्षा : एम. एस - सी. ( भौतिकी)
राजस्थान विश्वविद्यालय से एम.एस-सी. (भौतिकी) सुभाष जैन एक अनुभवी शिक्षक और शिक्षक-प्रशिक्षक तथा एक उत्साही प्रस्तोता हैं, जिन्होंने पिछले बीस सालों से कई कार्यशालाओं, प्रशिक्षण सेमिनार, व्यावसायिक विकास कार्यक्रमों और शिक्षकों एवं माता-पिता के लिए विचार-विमर्श का आयोजन किया है। उन्होंने ‘एनआईएमएस’ दुबई के छह वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया है। उनके पत्र और लेख समय-समय पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार-पत्रों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। आई. आई. टी. में प्रवेश कैसे पाएँ ' तथा ' छात्र अपनी स्मरण - शक्ति कैसे बढ़ाएँ?' महत्त्वपूर्ण पुस्तकें हैं ।