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Pahala Number | Upsanhar By Rabindra Nath Thakur   

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Author Rabindra Nath Thakur
Features
  • ISBN : 9789348724182
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Rabindra Nath Thakur
  • 9789348724182
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2025
  • 208
  • Soft Cover
  • 200 Grams

Description

"उपसंहार में टैगोर ने जीवन के समाप्ति के बाद की स्थिति और जीवन के गहरे अर्थों को परिभाषित किया है। यह रचना आत्मा के शांति की ओर बढ़ने की यात्रा को दर्शाती है, जहाँ व्यक्ति ने अपने भौतिक अस्तित्व और सांसारिक संपत्तियों से परे जाकर आत्म-ज्ञान और ईश्वर के प्रति अपनी आस्था को खोज लिया होता है। यह कविता जीवन के कठिन मार्गों के बाद आत्मा के शांति की खोज और उसकी वास्तविकता पर विचार करती है, जो कभी भी जीवन की आधिकारिक यात्रा का समापन नहीं होता, बल्कि यह जीवन के शाश्वत सत्य से जुड़ने की एक निरंतर प्रक्रिया है।

पहला नंबर कविता में टैगोर ने यह संदेश दिया है कि समाज में सफलता का मापदंड केवल बाहरी उपलब्धियों पर आधारित नहीं होता, बल्कि एक व्यक्ति की आंतरिक पूर्ति और शांति महत्वपूर्ण होती है। सफलता का वास्तविक मूल्य वही है जो हम खुद से हासिल करते हैं और हमारी आत्म-शांति की स्थिति को दर्शाता है। यह कविता उस महत्व को उजागर करती है जो हमारे खुद के अनुभवों और आत्मनिर्भरता का है, बजाय इसके कि हम बाहरी आदर्शों और प्रतिस्पर्धाओं से प्रभावित हों।"

The Author

Rabindra Nath Thakur

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