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Author Shri Ravindra Kumar , Dr. D.D. Ojha (BS) , Dr. D.D. Ojha
Features
  • ISBN : 9789392573101
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Shri Ravindra Kumar , Dr. D.D. Ojha (BS) , Dr. D.D. Ojha
  • 9789392573101
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2022
  • 200
  • Hard Cover
  • 300 Grams

Description

"भारत में वैज्ञानिक अध्ययन, चिंतन की अत्यंत प्राचीन एवं समृद्ध परंपरा रही है। हमारे यहाँ विज्ञान के क्षेत्र में भी असाधारण शोध-कार्य हुए हैं। प्राचीन काल से ही हमारे त्रिकालदर्शी भारतीय मनीषियों, यथा-धन्वंतरि, भरद्वाज, सुश्रुत, चरक, शालिहोत्र, आर्यभट, कणाद, ब्रह्मगुप्त, रेवण, आत्रेय, वराहमिहिर, भास्कराचार्य, नागार्जुन, यशोधर, वेदव्यास आदि ने विज्ञान के विविध क्षेत्रों में गहन अनुसंधान किया।

वस्तुतः गणित का विकास विश्व में सबसे पहले भारतवर्ष में ही हुआ, जिसका उल्लेख वैदिक गणित में मिलता है। भारत में वेदिक काल से ही रसायन विज्ञान में गवेषणाओं की सुव्यवस्थित और वैज्ञानिक
प्रणाली विकसित हो गई थी। आयुर्वेदीय सिद्धांतों को व्यवस्थित रूप देने में सर्वाधिक योगदान महर्षि चरक का रहा है। चिकित्सा के क्षेत्र में महर्षि सुश्रुत, विश्व के पहले शल्य चिकित्सक माने जाते हैं। नौका प्रौद्योगिकी, रक्षा तथा विमान प्रौद्योगिको, पर्यावरण विज्ञान के बारे में भी बृहत्‌ जानकारी प्राचीन भारत के मनीषियों को भलीभाँति थी।

इस जनोपयोगी पुस्तक में पुरातन भारत के मनीषियों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विविध विषयों यथा--गणित, ज्योतिष, रसायन विज्ञान, कृषि, पशु चिकित्सा, धातु विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान,
अग्नि एवं मौसम विज्ञान, सैन्य विज्ञान, ऊर्जा, जल विज्ञान आदि के बारे में सरल एवं बोधगम्य भाषा में यथोचित चित्रों सहित जानकारी प्रदान की गई है।"

The Author

Shri Ravindra Kumar

राष्ट्रकवि दिनकर की धरती बिहार के बेगूसराय जिले में जन्मे श्री रविंद्र कुमार एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी, पर्वतारोही एवं लेखक-कवि हैं, जिन्होंने विश्व की सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट को दो अलग-अलग विषम रास्तों से फतह किया है और वर्तमान में उत्तर प्रदेश में एक जिलाधिकारी के रूप में अपनी कुशल सेवा दे रहे हैं। उन्होंने हिंदी व अंग्रेजी में दो प्रेरणादायी पुस्तकें (‘एवरेस्ट : सपनों की उड़ान-सिफर से शिखर तक व ‘Many Everests’) एक कॉफी टेबल बुक (Mount Everest: Experience the Journey) एवं ललक सहित पाँच कविता संग्रह (‘आंतरिक अंतरिक्ष और स्वप्न यात्रा’, ‘दूसरी जंग’, ‘इक्कीसवीं सीढ़ी’, ‘नई ऑखें’) भी लिखे हैं। कुशल लेखन के लिए इन्हें ‘अमृतलाल नागरपुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।

Dr. D.D. Ojha (BS)
Dr. D.D. Ojha

डॉ. डी.डी. ओझा—विगत 45 से अधिक वर्षों से हिंदी में विज्ञान लेखन एवं विज्ञान लोकप्रियकरण में सक्रिय अवकाश प्राप्त वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डी. डी. ओझा ने न केवल विज्ञान के विविध विषयों पर मौलिक शोध कार्य कर अनेक शोध-पत्र, वरन सैकड़ों आलेख तथा विज्ञान के पुरातन एवं अद्यतन विविध विषयों पर 70 से अधिक पुस्तकें भी जनमानस में विज्ञान-चेतनार्थ प्रकाशित की हैं। वे कई पत्र-पत्रिकाओं के संपादक मंडल के सदस्य एवं अनेक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विज्ञान संस्थाओं के फेलो हैं। उत्कृष्ट विज्ञान लेखन हेतु उन्हें अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों एवं सम्मानोपाधियों से समादृत किया गया है। तकनीकी कार्य हेतु उन्होंने कई देशों की यात्रा भी की है।

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