₹165
विषय-सूची
1. प्रशासनिक नैतिकता —Pgs. 1-3
प्रशासनिक नैतिकता —Pgs. 1
प्रशासनिक नैतिकता के तीन मूलभूत घटक —Pgs. 2
सिविल सेवा से जुड़ी नैतिक शर्तें या सिद्धांत —Pgs. 2
प्रशासनिक नैतिकता के लिए आवश्यक शर्तें —Pgs. 2
2. नीतिशात्र और परस्पर मानव-व्यवहार —Pgs. 4-7
नीतिशास्त्र की शाखाएं या अध्ययन क्षेत्र —Pgs. 4
तत्व-नीतिशास्त्र —Pgs. 5
नियमात्मक नीतिशास्त्र —Pgs. 6
व्यावहारिक नीतिशास्त्र —Pgs. 6
3. भारत व विश्व के चिंतकों तथा दार्शनिकों का योगदान —Pgs. 8-22
विश्व के प्रमुख नैतिक चिंतक (विचारक) —Pgs. 8
सुकरात —Pgs. 8
प्लेटो —Pgs. 9
प्लेटो का आदर्शवाद —Pgs. 9
अरस्तू —Pgs. 10
प्लेटो और अरस्तू—एक तुलनात्मक अध्ययन —Pgs. 10
दर्शन-संबंधी अंतर —Pgs. 10
नीतिगत अंतर —Pgs. 11
राजनीतिक दर्शन-संबंधी अंतर —Pgs. 11
इमैनुअल कांट —Pgs. 12
जॉन रॉल्स —Pgs. 12
रॉल्सवाद —Pgs. 13
जेरेमी बेंथम —Pgs. 13
जॉन स्टुअर्ट मिल —Pgs. 14
ऑन लिबर्टी —Pgs. 15
‘द सब्जेक्शन ऑफ वूमन’ —Pgs. 15
रूसो —Pgs. 16
दलाई लामा —Pgs. 17
भारतीय नैतिक विचारक —Pgs. 17
गौतम बुद्ध —Pgs. 17
वर्धमान महावीर —Pgs. 18
स्वामी विवेकानंद —Pgs. 19
भारत के सामाजिक-आध्यात्मिक विकास में स्वामी विवेकानंद का योगदान —Pgs. 19
राजा राममोहन राय —Pgs. 20
मोहनदास करमचंद गांधी —Pgs. 21
गांधीजी का व्यावहारिक आदर्शवाद —Pgs. 21
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन —Pgs. 22
4. सरकारी संस्थाओं में नैतिकता से जुड़ी चिंताएं और भंतियां —Pgs. 23-36
नैतिकता की परिभाषा और महत्व —Pgs. 23
लोक-प्रशासन में नैतिकता —Pgs. 24
नैतिक असमंजस —Pgs. 26
लोक-प्रशासन में नैतिक असमंजस से निपटना —Pgs. 26
नैतिकता के नए आयाम —Pgs. 27
जवाबदेही —Pgs. 27
जवाबदेही या उत्तरदेयता के प्रकार —Pgs. 28
राजनीतिक जवाबदेही —Pgs. 28
नैतिक जवाबदेही —Pgs. 29
प्रशासनिक जवाबदेही —Pgs. 29
संगठनों में व्यक्तिगत जवाबदेही —Pgs. 29
चुनाव आधारित जवाबदेही —Pgs. 30
पब्लिक/प्राइवेट में टकराव —Pgs. 30
समकालीन विकास-विस्तार —Pgs. 30
शिक्षा में जवाबदेही —Pgs. 31
सरकारी व्यवस्था में नैतिकता —Pgs. 32
पेशेवर या व्यावसायिक आचार-संहिता —Pgs. 32
सिविल सेवा में नैतिकता —Pgs. 33
नैतिक संहिता और आचार-संहिता में अंतर —Pgs. 34
नैतिक संहिता —Pgs. 34
आचार-संहिता —Pgs. 34
समानताएं —Pgs. 35
असमानताएं —Pgs. 35
दोनों प्रकार की संहिताओं का समन्वित रूप —Pgs. 35
सरकार और नैतिकता —Pgs. 36
5. केस स्टडीज —Pgs. 37-91
केस स्टडी को समझना —Pgs. 37
केस स्टडी प्रश्नों के उत्तर देने की युत्तिक्त —Pgs. 37
चार चरणों की प्रक्रिया —Pgs. 38
नमूना केस स्टडी-1 —Pgs. 38
नमूना केस स्टडी-2 —Pgs. 39
नमूना केस स्टडी-3 —Pgs. 40
आर.ए.एस. मुख्य परीक्षाः प्रश्न-पत्र-III इकाई-III (भाग-A) प्रशासकीय नीतिशात्र —Pgs. 92-101
परिशिष्ट —Pgs. 103-166
परिशिष्ट-1
भारत में लोक सेवा विधायन का अधिकार —Pgs. 105-106
ढांचा —Pgs. 105
लागू करने वाले राज्य —Pgs. 106
परिशिष्ट-2
नागरिकों को चीजों और सेवाओं को समयबद्ध ढंग से प्रदान करने और उनकी शिकायतों को दूर करने के अधिकार का विधेयक-2011 —Pgs. 107-114
विधेयक के उद्देश्य —Pgs. 107
प्रमुख बातें —Pgs. 107
भाग ए : विधेयक की विशिष्टताएं —Pgs. 108
संदर्भ —Pgs. 108
मुख्य विशेषताएं —Pgs. 109
सार्वजनिक या सरकारी प्राधिकरण —Pgs. 109
जन शिकायत निवारण आयोग —Pgs. 109
शिकायत प्रणाली —Pgs. 109
जुर्माना —Pgs. 111
भाग बी : मुख्य मुद्दे एवं विश्लेषण —Pgs. 111
सरकारी प्राधिकरण के अर्थ पर स्पष्टता का अभाव —Pgs. 112
शिकायत निवारण मंचों की बहुलता —Pgs. 112
गैर-नागरिकों का वर्जन —Pgs. 113
अपील प्रक्रिया में असंगतियां —Pgs. 113
केंद्रीय एवं प्रांतीय शिकायत आयोगों के सदस्यों को हटाया जाना —Pgs. 114
डी.ए. एवं आयोगों की शक्तियों के बीच असंगति —Pgs. 114
परिशिष्ट-3
भारत का नागरिक घोषणा-पत्र एवं शिकायत निवारण विधेयक, 2011 —Pgs. 115-163
जन लोकपाल विधेयक —Pgs. 115
लोकपाल विधेयक —Pgs. 116
समय रेखा एवं लागत —Pgs. 116
वर्तमान भ्रष्टाचार-रोधी कानून एवं संगठन —Pgs. 116
केंद्रीय सतर्कता आयोग (सी.वी.सी) —Pgs. 116
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई) —Pgs. 117
प्रेरणा —Pgs. 117
प्रस्तावित विधेयक की प्रमुख खासियतें —Pgs. 117
जन लोकपाल विधेयक के सरकार के एवं कार्यकर्ताओं के मसौदे में अंतर —Pgs. 118
केस उजागर करने वाले (व्हिसल ब्लोअर) की रक्षा एवं नागरिक —Pgs. 119
घोषणा-पत्र के बारे में सरकार का नजरिया —Pgs. 119
जन लोकपाल विधेयक के लिए अभियान —Pgs. 119
अनशन एवं आंदोलन प्रथम चरण —Pgs. 120
अनशन एवं आंदोलन द्वितीय चरण —Pgs. 120
लोकपाल और लोकायुक्त विधेयक, 2011 की कठिन परिस्थिति —Pgs. 122
प्रस्तावित विधायन पर संसदीय कार्रवाइयां —Pgs. 123
लोकपाल विधेयक, 2011 —Pgs. 123
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विधेयक को मंजूरी दी —Pgs. 124
लोकसभा में यात्रा —Pgs. 124
राज्य सभा में यात्रा —Pgs. 126
बजट सत्र, 2012 —Pgs. 127
मानसून सत्र, 2012 —Pgs. 128
लोकायुक्त —Pgs. 128
प्रभावशाली बनाने के लिए संवैधानिक संशोधन —Pgs. 128
भारतीय राज्यों में लोकायुक्त/लोकपाल/लोकायोग अधिनियम —Pgs. 129
सुधार —Pgs. 129
संविधान के कामकाज की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आयोग पर जोर —Pgs. 129
सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार का संकट —Pgs. 130
लॉर्ड नोलान द्वारा दी गई रिपोर्ट में दिए गए सार्वजनिक जीवन के सार सिद्धांत —Pgs. 133
(ए) बेनामी सौदा (प्रतिबंध) अधिनियम, 1988 के अनुच्छेद-5 को लागू करने की जरूरत —Pgs. 134
(बी) सरकारी पद में अपकरण-एक उपाय —Pgs. 137
(सी) लोक सेवकों की अवैध रूप से हासिल की गई संपदाओं की जब्ती के लिए एक कानून बनाए जाने की आवश्यकता —Pgs. 143
उदाहरण (दृष्टांत) —Pgs. 145
(डी) जन हित प्रकटीकरण कानून बनाना —Pgs. 146
सार्वजनिक जीवन में मानक —Pgs. 148
(ई) सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम का बनना —Pgs. 149
(एफ) केंद्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम के अतिरिक्त लोकपाल विधेयक को कानून बनाने की आवश्यकता —Pgs. 154
लोकपाल की संस्था —Pgs. 154
केंद्रीय सतर्कता आयोग —Pgs. 161
लोक सेवा आयोग बोर्ड —Pgs. 161
केंद्रीय सतर्कता आयोग के सुझाव —Pgs. 162
संयुक्त राज्य अमेरिका के सरकारी अधिनियम में नीति शास्त्र —Pgs. 162
(जी) आपराधिक न्यायिक प्रणाली को मजबूत करना —Pgs. 163
परिशिष्ट-4
भारत का सरकारी गोपनीयता कानून, 1923 —Pgs. 164
अभियोजन और जुर्माना —Pgs. 164
परिशिष्ट-5
अंतर्राष्ट्रीय एन.जी.ओ. उत्तरदायित्व घोषणा-पत्र —Pgs. 165-166
उत्पत्ति —Pgs. 165