यह पुस्तक हिंदी का वाक्यात्मक व्याकरण है। भाषा प्रयोग की सबसे महत्त्वपूर्ण इकाई वाक्य होते हैं। किसी भाषा पर अधिकार के लिए उस भाषा के विविध प्रकार के वाक्यों के गठन के आधारभूत अंतर्निहित नियमों को सम्यक् रूप में समझना आवश्यक है। इस पुस्तक में हिंदी में प्रचलित सभी प्रकार के वाक्यों के गठन के आधारभूत नियमों का विभिन्न प्रकार से विवेचन-विश्लेषण कर उन्हें अधिकाधिक बोधगम्य बनाने का प्रयास किया गया है। साथ ही प्रत्येक वाक्य साँचों पर आधारित प्रचुर उदाहरण वाक्य दिए गए हैं, ताकि प्रशिक्षार्थी उन वाक्यों को बार-बार पढें, बोलें, समझें, लिखें एवं उन्हें अपने भाषा-संस्कार का अंग बना लेने का प्रयास करें। समस्त सामग्री हिंदी-अंग्रेजी दोनों में दी गई है, इसलिए यह पुस्तक निश्चित रूप से प्रशिक्षार्थियों में हिंदी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा की वाक्य संरचनाओं की तुलनात्मक समझ विकसित करने में भी सहायक होगी। इस पुस्तक का उद्देश्य हिंदी के सभी वाक्य साँचों पर आधारित अधिक-से-अधिक वाक्यों का अभ्यास कराना है। इसलिए इस पुस्तक में भाषा ज्ञान या व्याकरण के अन्य आधारभूत पहलू, यथा—वर्णमाला, ध्वनि, उच्चारण, अक्षर, संयुक्ताक्षर, बलाघात, संगम, अनुतान, शब्द-भेद, लिंग, वचन, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, समास, संयुक्त क्रिया, संज्ञार्थक क्रिया, कृदंत आदि सम्मिलित नहीं किए गए हैं। उनके लिए लेखक की ‘अद्यतन हिंदी व्याकरण’ नामक दूसरी पुस्तक देखी जा सकती है।
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Contents(विषय-सूची)
कर्तृ वाच्य की वाय संरचनाएँ
(Sentence patterns/structures in Active Voice)
1.वर्तमान सूचक वाय संरचना/अस्तित्वबोधक वाय संरचना(Present Indicative sentence pattern) — Pg. 17
2.सामान्य वर्तमान काल/अनिश्चित वर्तमान काल/नित्य वर्तमान काल(Simple Present Tense/Present Indefinite Tense) — Pg. 23
3.तात्कालिक वर्तमान काल/सातत्यबोधक वर्तमान काल (Present Continuous Tense) — Pg. 34
4.सातत्यबोधक भूत काल (Past Continuous Tense) — Pg. 41
5.सामान्य भविष्यत काल/अनिश्चित भविष्यत काल
(Simple Future Tense/Future Indefinite Tense) — Pg. 45
6.भूत काल सूचक वाय संरचना (Past Indicative Sentence Pattern) — Pg. 49
7.सामान्य भूत काल/अनिश्चित भूत काल (Simple Past Tense/Past Indefinite Tense) — Pg. 51
8.पूर्ण वर्तमान काल (आसन्न भूत काल) (Present Perfect Tense) — Pg. 65
9.पूर्ण भूत काल (Past Perfect Tense) — Pg. 72
10.आदतसूचक वर्तमान काल (Habitual Present Tense) — Pg.81
11.नित्य भूत काल/आदतसूचक भूत काल (Habitual Past Tense) — Pg. 83
12.आदतसूचक भविष्यत काल (Habitual Future Tense) — Pg. 87
13.अनुमानवाचक भूत काल/संदिग्ध भूत कालPresumptive Past Tense/Doubtful Past Tense) 89
14.अनुमानवाचक वर्तमान काल (Presumptive Present Tense) — Pg. 92
15.शर्तबोधक भूत काल (Conditional/Contingent Past Tense) — Pg. 98
16.कर्ता + को वाय संचरना (Subject + को construction) — Pg. 100
17.क्रिया भाव (Mood) — Pg. 108
i. कथनात्मक क्रिया भाव (Indicative Mood)
ii.आदेशात्मक क्रिया भाव (Imperative Mood)
iii.संभाव्य क्रिया भाव (Subjunctive Mood) — Pg.
18.वचन एवं लिंग (Number & Gender) — Pg. 129
कर्मवाच्य की वाय संरचनाएँ
(Sentence patterns in Passive Voice)
कथनात्मक क्रिया भाव की वाय संरचनाएँ
(Sentence patterns in Indicative Mood)
19.अनिश्चित या आदतसूचक वर्तमान काल(Present Indefinite or Habitual Present Tense) — Pg. 138
20.आदतसूचक भूत काल (Habitual Past Tense) — Pg. 138
21.सातत्यबोधक वर्तमान काल (Present Continuous Tense) — Pg. 139
22.सातत्यबोधक भूत काल (Past Continuous Tense) — Pg. 139
23.सामान्य भूत काल (Simple Past Tense) — Pg. 140
24.पूर्ण वर्तमान काल (Present Perfect Tense) — Pg. 141
25.पूर्ण भूत काल (Past Perfect Tense) — Pg. 141
26.अनुमानवाचक भूत काल (Presumptive Past Tense) — Pg. 142
27.अनुमानवाचक वर्तमान काल (Presumptive Present Tense) — Pg. 142
28.शर्तबोधक वाय संरचना (A conditional sentence pattern) — Pg. 144
29.कर्मवाच्य के संभाव्य एवं आदेशात्मक क्रिया-भाव की वाय संरचनाएँ — Pg. 145
(Sentence patterns of passive where verv is in subjuncive or Imperative Mood)
कर्मवाच्य की वाय संरचनाओं का अभ्यास
(Practice of sentences of passive voice)
30.सामान्य वर्तमान काल (Simple Present Tense) — Pg. 146
31.सातत्यबोधक वर्तमान काल (Present Continuous Tense) — Pg. 151
32.सातत्यबोधक भूत काल (Past Continuous Tense) — Pg. 155
33. सामान्य भूत काल (Simple Past Tense) — Pg. 156
34.पूर्ण वर्तमान काल (Present Perfect Tense) — Pg. 158
35.पूर्ण भूत काल (Past Perfect Tense) — Pg. 161
36.सामान्य भविष्यत काल (Simple Future Tense) — Pg. 162
37.संभाव्य क्रिया भाव (Subjunctive Mood) — Pg. 164
38.का-के-की और आ-ए-ई नियम (Rules) — Pg. 167
39.अंग्रेजी-हिंदी पर्यायवाची एवं वाय निर्माण — Pg. 172
(English-Hindi Synonyms and sentence making)
40.अंग्रेजी-हिंदी अनुवाद (English-Hindi translation) — Pg. 207
डॉ. बी. एन. पाण्डेय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की शोधवृत्ति के अंतर्गत पटना विश्वविद्यालय से हिंदी में पी-एच.डी. प्राप्त की। राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत हिंदी प्राध्यापक एवं सहायक निदेशक के रूप में कार्य करते हुए 25 वर्षों तक कोलकाता, इंफाल, चेन्नई एवं तिरुचिरापल्लि में हिंदीतरभाषी अधिकारियों व कर्मचारियों को हिंदी का प्रशिक्षण दिया। राजभाषा विभाग के क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, गुवाहाटी, भोपाल एवं कोलकाता में सहायक निदेशक/उपनिदेशक के रूप में कार्य करते हुए पूर्वोत्तर, मध्य एवं पूर्व भारत के 16 राज्यों में स्थित केंद्र सरकार के कार्यालयों, उपक्रमों एवं बैंकों में राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन का पर्यवेक्षण किया।
लेखन : अद्यतन हिंदी व्याकरण,
प्रयोजनमूलक हिंदी व्याकरण, कार्यालयीन पत्राचार एवं टिप्पणी लेखन, The Female Eagle, अद्यतन हिंदी-अंग्रेजी स्वशिक्षक (दो भागों में), मादा बाज़ (कहानी संग्रह)।