जीवन क्या है? उसका क्या महत्त्व है? हाँ, जीवन एक अनोखी सृष्टि है, ईश्वर का उपहार है, प्रकृति की कृपा है, धरती की शान है। बिना जीवन के संसार नहीं है। यह जीवन ही है, जो संसार बनाता है। जीवन एकांत को सजीवता प्रदान करता है। जीवन पुष्प है, जिसका प्रेम मधु है, जो मानवता की सारी बीमारियों, गलतियों, चिंताओं और दु:खों का उपचार है। जीवन मधुर है, सत्य है, सार्थक है। विश्राम अवकाश-प्राप्ति है और अवकाश-प्राप्ति विश्राम है; किंतु कर्तव्य मनुष्य के जीवन की अंतिम साँसों तक साथ नहीं छोड़ता। यह कर्तव्य अपने लिए नहीं, दूसरों के लिए करना पड़ता है।
प्रस्तुत पुस्तक में अवकाश-प्राप्ति या रिटायरमेंट के बाद शेष जीवन को कैसे खुशहाल, नीरोग तथा जिंदादिल बनाए रखा जा सकता है—इस पर गहन विचार-मंथन कर अनेक उदाहरणों के माध्यम से सहज-सरल तरीकों को बताया गया है। इसके अध्ययन से सामाजिक, आर्थिक, भौतिक, आध्यात्मिक तथा पारिवारिक चिंताओं से मुक्त रहकर सुखमय जीवन का आनंद लिया जा सकता है। आशावादियों के लिए रिटायरमेंट-जीवन वरदान है और निराशावादियों के लिए अभिशाप। जीवन के चौथे प्रहर में जिंदगी को तरोताजा तथा खुशहाल बनाने में सहायक, मार्गदर्शक, प्रेरणादायी पुस्तक।
जन्म : 15 जुलाई, 1934 को नगला पांडव, जनपद-एटा (उ.प्र.) में।
शिक्षा : एम.ए. (हिंदी, समाजशास्त्र, इंग्लिश), पी-एच.डी. (आगरा विश्वविद्यालय)।
प्रकाशन : ‘ब्रज का देवपरक लोक साहित्य एवं संस्कृति’ (शोध), ‘जाहरपीर’, ‘दिव्यात्मा’, ‘ईश्वर कहाँ गया’ (उपन्यास), ‘क्रांतिदूत मुलायम सिंह’, ‘अमीर खुसरो’, ‘अशफाकउल्ला खाँ’ (जीवनी), ‘चंद्रशेखर आजाद’, ‘ताज महल’, ‘रिटायरमेंट के बाद सुखी जीवन’ (खंड काव्य), ‘श्याम तेरी बंसी बजे धीरे-धीरे’ (ब्रज के कृष्णपरक लोक गीतों का संकलन), ‘बुढ़ापा विज्ञान’, ‘बहनों से दो बातें’, ‘The way of Smart Living’, ‘Taj Mahal’ (A Ballad in English), ‘Life after Retirement’, ‘Mulayam Singh: A Political Biography’।
अध्यक्ष, अमीर खुसरो फांउडेशन, राजनैतिक एवं सामाजिक चेतना के अनेक लेख, ऑल इंडिया रेडियो पर अनेक वार्त्ताओं का प्रसारण।
संप्रति : सृजन के साथ-साथ शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय।
संपर्क : 20 सुनहरी नगर, एटा (उ.प्र.)। दूरभाष :09456444894