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यह अपनी तरह की अनूठी पुस्तक है, जो कि ‘समय प्रबंधन’ और ‘लक्ष्य निर्धारण’, दोनों के कौशल विस्तार से समझाती है। यह पुस्तक तीन प्रमुख अवधारणाओं के इर्द-गिर्द घूमती है। पहली अवधारणा ‘नकारात्मकता’ से ‘सकारात्मकता’ की ओर बढ़ने के बारे में है, चाहे वह आपके विचार, कार्य, व्यवहार, भाषा या समय-उपयोग के पैटर्न आदि के स्तर पर हो। दूसरी अवधारणा अवचेतन मन की असीम शक्तियों को समझकर अपने सपनों के जीवन की ओर बढ़ने के लिए प्रभावी रूप से इसका इस्तेमाल करना है और तीसरी अवधारणा ‘कर्म सिद्धांत’ को समझने और इसके लाभों का दोहन अपने जीवन के उद्देश्य को प्राप्त करने के बारे में है।
लेखक ने खुलासा किया है कि कैसे GOPTATM ‘लक्ष्योन्मुख सकारात्मक सोच एवं कार्य’ का उपयोग करके प्रतिदिन 3 उत्पादक घंटे प्राप्त कर सकते हैं (प्रतिवर्ष लगभग 1000 उत्पादक घंटे), जो आप जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन बनाए रखने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
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अनुक्रम
पुस्तक परिचय —Pgs.7
आभार —Pgs.11
खंड-1
समय प्रबंधन एवं लक्ष्य निर्धारण करने का महत्त्व
1.समय प्रबंधन का महत्त्व —Pgs.17
2.लक्ष्य निर्धारण का महत्त्व —Pgs.27
खंड-2
G.O.P.T.A. (गौप्टा)
Goals Oriented Positive Thinking & Actions
3.G.O.P.T.A. (गौप्टा) —Pgs.37
4.अवचेतन मन की शक्ति —Pgs.56
5.सकारात्मक सोच —Pgs.64
खंड-3
लक्ष्य-निर्धारण प्रक्रिया
6.जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपना मूल्यांकन करें —Pgs.69
7.लक्ष्य निर्धारण प्रक्रिया —Pgs.80
खंड-4
लक्ष्य-प्राप्ति
8.अपना जीवन उद्देश्य पहचानें —Pgs.109
9.अपने जीवन की जिम्मेदारी लीजिए —Pgs.115
10.सकारात्मक मूल्य एवं आदतें —Pgs.120
11.आजीवन विद्यार्थी बनें —Pgs.138
12.अपनी कुशलताओं में नजरिए का तड़का लगाएँ —Pgs.145
13.कर्म सिद्धांत का लाभ लें —Pgs.157
14.आत्म अनुशासन की शक्ति का दोहन करें —Pgs.162
15.अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखें —Pgs.164
16.लक्ष्य निर्धारण एवं प्राप्ति में सामान्य भूलें —Pgs.170
17.छात्रों एवं अभिभावकों के लिए विशेष —Pgs.172
खंड-5
उत्पादकता बढ़ाने के लिए उपलब्ध समय का सदुपयोग
18.अग्रिम नियोजन (Advance Planning) —Pgs.207
19.प्राथमिकता निर्धारण—सकारात्मक भेदभाव की कला —Pgs.213
20.टालमटोल —Pgs.231
21.अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें —Pgs.246
22.निद्रा—शरीर के जीर्णोद्धार का वक्त —Pgs.263
23.जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में व्यवस्थापन —Pgs.280
24.समय के हत्यारे तत्त्व —Pgs.305
खंड-6
साल में 1000 Productive घंटे कैसे बढ़ाएँ
25.साल में 1000 Productive घंटे कैसे बढ़ाएँ —Pgs.323
26.प्रतिदिन 3 उत्पादक घंटों का अपने लक्ष्य-प्राप्ति के लिए सदुपयोग —Pgs.329
संजय कुमार अग्रवाल अपने प्रशंसकों और अनुयायियों के बीच ‘Time and Goal Guru’ के उपनाम से विख्यात हैं।
उन्होंने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में 25 वर्षों से अधिक काम किया है। छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुंबई और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सेंट्रल एक्साइज इंटेलिजेंस में सीनियर इंटेलिजेंस ऑफिसर के रूप में काम करते हुए उन्हें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से मिलने, उनकी आकांक्षाओं और जीवन की समस्याओं का अध्ययन करने का सुअवसर मिला। उन्होंने पाया कि ज्यादातर लोगों के जीवन में सबसे बड़ी समस्या जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन की कमी है। वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों की मानसिकता पर कार्य करना उनके जीवन का मिशन है, जिसके लिए उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी भी छोड़ दी है। वह वर्तमान एवं भावी पीढ़ियों की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए ‘समय प्रबंधन’ और ‘लक्ष्य निर्धारण’ पर कार्यशालाएँ आयोजित करते हैं। फिलहाल उनके फोकस क्षेत्र भारत, सिंगापुर, दुबई, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और मॉरीशस हैं। उनकी वेबसाइट http://www. tripleyourchances. in/tyc और फेसबुक पेज www.facebook. com/www.timeandgoalguru.com अति लोकप्रिय हैं।