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अपने उत्पाद, अपने ग्राहक और अपने कर्मचारियों के प्रति एक विशेष अपनेपन का भाव सफलता पाने का बेसिक फंडा है। इन सबके बीच एक जोरदार सामंजस्य आपके व्यवसाय की सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। आपकी सफलता आपके व्यक्तिगत गुणों के साथ-साथ आपकी टीम की क्षमताओं पर निर्भर करती है। इसलिए अपनी टीम के हर सदस्य को शत-प्रतिशत देने के लिए प्रेरित करना, अपने उत्पाद में निरंतर बेहतरी करना और अपने ग्राहकों को आकर्षक प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर उत्पाद उपलब्ध कराना तथा उत्तम सर्विस देना—यह सब एक सफल बिजनेसमैन के लिए बीजमंत्र हैं। परिश्रम, दूरदर्शिता, मृदुभाषिता, उदारता, विषम परिस्थितियों में संतुलन, बाजार की समझ आदि ऐसे फंडे हैं, जिनसे आपकी सफलता के द्वार खुलेंगे। मैनेजमेंट स्तंभकार श्री एन. रघुरामन ने प्रबंध कौशल के ये सूत्र-बीजमंत्र-फंडे सरस-सुबोध भाषा में रोचक शैली में प्रस्तुत किए हैं। ‘सफल बिजनेस के फंडे’ आपकी उद्यमशीलता को एक नया आयाम देंगे और आप केवल दिमाग नहीं, दिल का भी प्रयोग कर अपने ग्राहकों, कर्मचारियों को प्रसन्न करके सफलता एवं समृद्धि प्राप्त करेंगे।
एन. रघुरामन
मुंबई विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट और आई.आई.टी. (सोम) मुंबई के पूर्व छात्र श्री एन. रघुरामन मँजे हुए पत्रकार हैं। 30 वर्ष से अधिक के अपने पत्रकारिता के कॅरियर में वे ‘इंडियन एक्सप्रेस’, ‘डीएनए’ और ‘दैनिक भास्कर’ जैसे राष्ट्रीय दैनिकों में संपादक के रूप में काम कर चुके हैं। उनकी निपुण लेखनी से शायद ही कोई विषय बचा होगा, अपराध से लेकर राजनीति और व्यापार-विकास से लेकर सफल उद्यमिता तक सभी विषयों पर उन्होंने सफलतापूर्वक लिखा है। ‘दैनिक भास्कर’ के सभी संस्करणों में प्रकाशित होनेवाला उनका दैनिक स्तंभ ‘मैनेजमेंट फंडा’ देश भर में लोकप्रिय है और तीनों भाषाओं—मराठी, गुजराती व हिंदी—में प्रतिदिन करीब तीन करोड़ पाठकों द्वारा पढ़ा जाता है। इस स्तंभ की सफलता का कारण इसमें असाधारण कार्य करनेवाले साधारण लोगों की कहानियों का हवाला देते हुए जीवन की सादगी का चित्रण किया जाता है।
श्री रघुरामन ओजस्वी, प्रेरक और प्रभावी वक्ता भी हैं; बहुत सी परिचर्चाओं और परिसंवादों के कुशल संचालक हैं। मानसिक शक्ति का पूरा इस्तेमाल करने तथा व्यक्ति को अपनी क्षमता के अधिकतम इस्तेमाल करने के उनके स्फूर्तिदायक तरीके की बहुत सराहना होती है।
इ-मेल : nraghuraman13@gmail.com