आज का समाज समाचारों पर आश्रित है। सचेत व जागरूक समाज के लिए समाचार एक संजीवनी का काम करते हैं और आधुनिक जीवन की परम आवश्यकता भी हैं। सामान्यत: हमारे आस-पास कहीं पर भी जब कुछ घटता है तो मानवीय स्वभाव उसे जानने की जिज्ञासा रखता है। इसी अपेक्षित माँग ने स्वाभाविक रूप से समाचारों की व्युत्पत्ति की। जानकारी को पा लेने की तीव्र आकांक्षा ही समाचार जगत् का प्राणतत्त्व है। दुनिया भर की जानकारी से रू-बरू होना समाचार-पत्रों द्वारा ही संभव है। समाचार के मूल तत्त्व—सत्यता, नवीनता, सामयिकता, निकटता, मानवीयता, विशिष्टता, असाधारणता आदि हैं। समाचार किसी सामयिक घटना का तथ्यबद्ध, परिशुद्ध एवं निष्पक्ष विवरण है। अधिकाधिक लोगों की रुचियों को भानेवाला समाचार ही सर्वोत्तम होता है। समाचार सामयिक प्रकाशित संवाद भी है। यह समाचार-पत्र की आत्मा है।
वर्तमान में हिंदी जगत् में समाचार एवं फीचर लेखन पर पुस्तकों का नितांत अभाव है। इस पुस्तक में दी गई समस्त जानकारियाँ पाठकों को एक ओर जहाँ विषय की ‘थ्योरी’ का ज्ञान कराती हैं वहीं दूसरी ओर व्यावहारिक पक्ष को प्राथमिकता देने के कारण इसकी उपयोगिता और भी अधिक बढ़ गई है। पुस्तक को तैयार करने में विविध शोध संदर्भों, लेखों, विवरणों, पाठ्य सामग्रियों व अन्य जानकारियों को प्रयोग में लाया गया है।
पुस्तक को उपयोगी बनाने के लिए विविध प्रसंगों में उदाहरण-स्वरूप समाचारों के कुछ नमूने प्रस्तुत किए गए हैं, ताकि पाठकगण विषय-वस्तु को और भी बेहतर ढंग से समझ सकें। विश्वास है, यह पुस्तक पत्रकारिता के छात्रों के साथ-साथ अन्य पाठकों के लिए भी जानकारीपरक व उपयोगी सिद्ध होगी।
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अनुक्रम
१. समाचार-पत्र/पत्रिकाएँ —Pgs १७
२. समाचार : अर्थ एवं परिभाषा —Pgs २३
३. समाचार लेखन एवं संकलन —Pgs ३३
४. समाचार के वर्ग एवं प्रकार —Pgs ५५
५. संवाददाताओं के दायित्व एवं अधिकार —Pgs १३२
६. पत्रकारिता के सिद्धांत —Pgs १४४
७. संवाददाताओं की श्रेणियाँ एवं कार्य-विभाजन —Pgs १५०
८. समाचार समितियों की कार्य-प्रणाली एवं महत्त्व —Pgs १५६
९. समाचार संपादन एवं उपयोग —Pgs १६६
१०. मीडिया की दुनिया से संबंधित शब्द और उनके पर्यायवाची —Pgs १७६
संदर्भिका —Pgs २०६
प्रो. पुष्पेंद्र कुमार आर्य पत्रकार, लेखक एवं कैरियर मार्गदर्शक के रूप में विख्यात हैं। लगभग सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में आपकी दो हजार से अधिक रचनाएँ तथा विविध महत्त्वपूर्ण विषयों पर पच्चीस से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से एम.ए. (राजनीति-शास्त्र), कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पत्रकारिता एवं जनसंचार में पी.जी. डिप्लोमा तथा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र से प्रथम श्रेणी में ‘मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन’ की डिग्री के बाद आप ‘महात्मा गांधी का पत्रकार जीवन’ विषय पर शोध कार्य में संलग्न हैं। देश के विविध राष्ट्रीय समाचार पत्र-पत्रिकाओं के संपादकीय विभाग में आप शीर्षस्थ पदों पर कार्य कर चुके हैं।
सृजनात्मक लेखन एवं उल्लेखनीय रचनात्मक प्रतिभा के लिए आपको विविध पुरस्कारों व सम्मानों से विभूषित किया जा चुका है। इनमें ‘इंटरनेशनल वोकेशनल अवार्ड’; विश्व शांति आंदोलन ट्रस्ट, मुंबई द्वारा ‘राष्ट्र गौरव सम्मान’; अमेरिकन बायोग्राफिकल इंस्टीट्यूट, इंक, कैरोलीना (अमेरिका) द्वारा ‘मैन ऑफ द ईयर-2003’; हिंदी संगठन, मॉरीशस का ‘हिंदी सम्मान’; ओरिएंटल कल्चरल अकादमी, बैंकॉक (थाईलैंड) द्वारा ‘इंस्टीट्यूट अवार्ड’; सल्तनत ऑफ ओमान के ‘निशान-ए-मस्कट’ एवं यूनिवर्सिटी ऑफ मीडिया आर्ट्स, नोएडा के ‘अकादमी अवार्ड’ के अतिरिक्त भारत सरकार के कल्याण मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रदत्त सम्मान प्रमुख हैं।