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"यह पुस्तक 'संगठन से संसद तक' लोकसभा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री राधा मोहन सिंह द्वारा संसद व बिहार भाजपा प्रमुख रहते हुए दिए गए भाषणों का संकलन है।
1990 का प्राइवेट मेंबर युवा विधेयक, 1997 का आजादी के स्वर्ण जयंती पर भाषण के अलावा इसमें देश के अनेक हिस्सों में कृषि से जुड़े मुद्दों, समस्याओं, समाधानों के प्रयास पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया है। सूखा, न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर उनका स्पष्ट पक्ष इसमें उल्लिखित है। केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2016 के अतिरिक्त सामान्य बजट, रेल बजट एवं रेल मंत्रालय संबंधी अनुदान माँगों पर उनका वक्तव्य है।
2014 में जब देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी द्वारा उन्हें कृषि, सहकारिता एवं पशुपालन विभाग में कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया तो उनके अंदर की जिजीविषा से न केवल चंपारणवासियों के लिए, अपितु संपूर्ण राष्ट्र के लिए हृदय से जो उद्गार निकले, उन्हें उन्होंने संसद में अपने वक्तव्य के रूप में सबके समक्ष रखने की कोशिश की।
एक समर्पित कार्यकर्ता, समाजधर्मी व राजनीतिज्ञ श्री राधा मोहन सिंह के प्रखर विचार, ओजस्वी वक्तृत्व और समाजदृष्टि का दिग्दर्शन करवाती है यह पुस्तक 'संगठन से संसद तक'।"