₹400
श्री हुक्मदेव नारायण यादव एक संघर्षशील, संवेदनशील राजनेता, विचार-प्रवण एवं गंभीर सांसद हैं। बिहार में विधानसभा और भारतीय संसद्, दोनों ही में उन्होंने अपने व्यक्तित्व की गहरी छाप छोड़ी है।
‘संसद् में गाँव, गरीब, किसान की बात’ पुस्तक उनके विविध विषयों पर दिए गए उद्बोधनों का संकलन है। संसद् के साथ-साथ संसदीय समितियों में भी उन्होंने महत्त्वपूर्ण विचार रखे हैं। संसद् के शून्यकाल में भी उन्होंने लोक-महत्त्व के विविध विषयों पर बोलते हुए सरकार एवं देश के समक्ष रचनात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया तथा राष्ट्रहित एवं जनहित की दृष्टि से कठोर आलोचना भी की।
हुक्मदेव बाबू के वक्तव्यों में जहाँ डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों की गहरी छाप है, वहीं एकात्म मानववाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय और महात्मा गांधी के सिद्धांतों के सामाजिक-आर्थिक पक्ष का भी प्रतिबिंबन होता है। जहाँ वे पिछड़े और दलितों के उत्थान एवं अधिकारों के लिए बड़े आग्रह के साथ बोलते हैं तो वहीं वे दीनदयालजी के समरस समाज के निर्माण का भी पुरजोर समर्थन करते हैं। एक ओर जब वे बाढ़ और सुखाड़ की त्रासदी से पीडि़त जनसमूह के लिए दर्द भरी आवाज उठाते हैं तो दूसरी ओर वे हिमालय की रक्षा के संकल्प का भी भरपूर समर्थन करते हैं। उनके संसदीय वक्तव्यों का पाठन अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा, ऐसा मेरा विश्वास है।
___________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम
संदेश —Pgs. 7
भूमिका —Pgs. 13
अपनी बात —Pgs. 15
1. अन्य पिछड़ा वर्ग संसदीय कल्याण समिति —Pgs. 21
2. अन्य पिछड़ा वर्ग —Pgs. 24
3. भूमि अधिग्रहण भाषण —Pgs. 27
4. बजट पर भाषण —Pgs. 32
5. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 39
6. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 44
7. गैर-सरकारी प्रस्ताव पर चर्चा —Pgs. 49
8. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 54
9. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 56
10. शून्यकाल —Pgs. 57
11. शून्यकाल —Pgs. 59
12. शून्यकाल —Pgs. 61
13. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 63
14. शून्यकाल —Pgs. 64
15. शून्यकाल —Pgs. 65
16. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 67
17. शून्यकाल —Pgs. 72
18. बजट पर चर्चा —Pgs. 73
19. प्रस्ताव पर भाषण —Pgs. 78
20. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 80
21. गीता पर चर्चा —Pgs. 87
22. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 89
23. रेल बजट अनुपूरक माँग —Pgs. 94
24. बजट पर भाषण —Pgs. 103
25. बिहार के पिछड़ापन पर गैर-सरकारी संकल्प पर भाषण —Pgs. 110
26. बिहार का पिछड़ापन —Pgs. 115
27. गैर-सरकारी विधेयक —Pgs. 121
28. गैर-सरकारी विधेयक —Pgs. 124
29. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 133
30. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 141
31. जनसंख्या नियंत्रण —Pgs. 143
32. बजट पर सामान्य चर्चा —Pgs. 146
33. शून्यकाल —Pgs. 154
34. बजट पर अनुपूरक माँग पर चर्चा —Pgs. 156
35. शून्यकाल —Pgs. 166
36. लिखित भाषण —Pgs. 168
37. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 170
38. सरकारी विधेयक पर चर्चा —Pgs. 175
39. सरकारी विधेयक पर चर्चा —Pgs. 178
40. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 183
41. गैर-सरकारी विधेयक —Pgs. 189
42. वित्त विधेयक पर चर्चा —Pgs. 198
43. लोकसभा में 04.09.1990 को आरक्षण पर हुक्मदेव नारायण यादव उपनेता (लोकसभा) का भाषण —Pgs. 202
44. बाढ़-सुखाड़ पर चर्चा —Pgs. 211
45. बजट पर सामान्य चर्चा —Pgs. 214
46. गैर-सरकारी संकल्प —Pgs. 220
शिक्षा : स्नातक (अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र)।
कृतित्व : तीन बार बिहार विधानसभा के सदस्य, जे.पी. के बिहार आंदोलन में 1974 में विधानसभा से त्याग-पत्र, आपातकाल में बिहार के चार जेल के सेल में बंदी, 1977 में मधुबनी से लोकसभा सदस्य बने, 1980 से 1986 तक राज्यसभा सांसद, 1990-91 में लोकसभा में उप नेता जनता दल, दो विभागों के कैबिनेट मंत्री; 1993 में भाजपा में शामिल। 1999 में वाजपेयीजी की सरकार में राज्यमंत्री बने। 2009 और 2014 में लोकसभा सदस्य रहे। हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार एवं उत्थान में निरंतर क्रियाशील रहे।
पता : गाँव-बिजुली, पत्रालय-बिजुली, जिला-दरभंगा (बिहार)