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Author Ramesh Pokhriyal ‘Nishank’
Features
  • ISBN : 9789395386647
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Ramesh Pokhriyal ‘Nishank’
  • 9789395386647
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2023
  • 126
  • Hard Cover
  • 150 Grams

Description

"यूक्रेन ऐसा देश है, जो अपने सुंदर और विविध परिदृश्य, अच्छी तरह से संरक्षित संस्कृति और खूबसूरत शहरों तथा शानदार परंपराओं के लिए जाना जाता है। यूक्रेन में दुनिया के कुल खनिज संसाधनों का लगभग 5 प्रतिशत शामिल है। यूक्रेन में 80 से अधिक प्रकार के खनिजों का भंडार है। डोनेटस्क बेसिन में उच्च गुणवत्तावाले कोयले का विशाल भंडार है और इसके अतिरिक्त प्रचुर मात्रा में यूरेनियम व लौह के भंडार हैं, जो देश को अत्यंत समृद्ध बनाते हैं।

यूक्रेन की राजधानी कीव को यूरोप में सबसे सस्ती राजधानियों में से एक माना जाता है। यहाँ पर सभी के लिए कुछ-न-कुछ है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण हिमाच्छादित पर्वतमाला, कल-कल बहते झरने, खूबसूरत पहाड़ों की सैर, बुकोवेल जैसे विशाल स्की रिजॉर्ट, वाइन क्षेत्र एवं शांत समुद्री तटों के अतिरिक्त यहाँ पर्यटक बहुत-कुछ पा सकते हैं। यूक्रेन का एक और खास पहलू उनका लोक-संगीत और लोक-नृत्य है। 'छोटे पेरिस' के रूप में पहचाने जानेवाले यूक्रेन का कीव शहर सबसे अच्छी चॉकलेट और कॉफी के लिए भी प्रसिद्ध है।

यूक्रेन के प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक परिदृश्य का दिग्दर्शन करवाती पुस्तक।"

The Author

Ramesh Pokhriyal ‘Nishank’

रमेश पोखरियाल ‘निशंक’
जन्म : वर्ष 1959
स्थान : ग्राम पिनानी, जनपद पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड)।
साहित्य, संस्कृति और राजनीति में समान रूप से पकड़ रखनेवाले डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की कहानी, कविता, उपन्यास, पर्यटन, तीर्थाटन, संस्मरण एवं व्यक्तित्व विकास जैसी अनेक विधाओं में अब तक पाँच दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।
उनके साहित्य का अनुवाद अंग्रेजी, रूसी, फ्रेंच, जर्मन, नेपाली, क्रिओल, स्पेनिश आदि विदेशी भाषाओं सहित तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, संस्कृत, गुजराती, बांग्ला, मराठी आदि अनेक भारतीय भाषाओं में हुआ है। साथ ही उनका साहित्य देश एवं विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जा रहा है। कई विश्वविद्यालयों में उनके साहित्य पर शोध कार्य हुआ तथा हो रहा है।
उत्कृष्ट साहित्य सृजन के लिए देश के चार राष्ट्रपतियों द्वारा राष्ट्रपति भवन में सम्मानित। विश्व के लगभग बीस देशों में भ्रमण कर उत्कृष्ट साहित्य सृजन किया। गंगा, हिमालय और पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन हेतु सम्मानित।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से सांसद तथा लोकसभा की सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति के सभापति।

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