आज समाज में जीवन-मूल्य, नैतिकता, पारस्परिकता, परोपकार आदि लुप्तप्राय हो रहे हैं। समसामयिक विषयों पर लिखे गए ये लेख-घटनाएँ-प्रसंग ज्ञानवर्धक हैं। यह सामग्री पाठकों को संस्कारित करेगी और उनमें समाज के प्रति कर्तव्यभाव जाग्रत् करेगी, ऐसा विश्वास है। ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’, ‘सर्वे सन्तु निरामयाः’, ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ का मूलमंत्र हृदयंगम कर अगर हर भारतीय अपना सकारात्मक योगदान करेगा तो निश्चित रूप से भारत पुनः शीर्ष पर पहुँच सकेगा, यह पुस्तक इसी संदेश को प्रसारित करने का उपक्रम है। समाज-जागृति की दिशा में यह सामग्री अपना महत्त्वपूर्ण स्थान रखती है और सामाजिक क्षेत्र में यह भावी पीढि़यों के लिए एक दर्पण का काम करेगी।
आज की प्रजातंत्रीय व्यवस्था में व्यक्ति की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता परम आवश्यक है। ये लेख इस दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होंगे। इस पुस्तक में महापुरुषों के जीवन से जुड़ी जिन घटनाओं का उल्लेख है, वे पाठक के लिए पथ-प्रदर्शक के रूप में अपना विशेष महत्त्व रखती हैं। इसकी विषयवस्तु पाठकों में अध्ययन के प्रति उत्कंठा पैदा करेगी। इन लेखों का प्रकाशन लोगों में पठन के प्रति रुचि जाग्रत् करेगा और उन्हें सुसंस्कृत बनाएगा।
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अनुक्रम | |
संदेश—7 | 32. बेटी का सहारा—132 |
भूमिका—9 | 33. बुजुर्ग एवं युवा पीढ़ी का अंतर्द्वंद्व—138 |
जीवन परिचय | 34. बुजुर्गों के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता—142 |
1. युगदृष्टा महान् संत कवि श्री सुंदरदासजी—17 | 35. युवा-शक्ति—149 |
2. संत श्री सुंदर दासजी का जीवन परिचय (कविता)—21 | 36. हिंदू विवाह में स्त्री धन—153 |
3. संत शिरोमणि रामभक्त श्री बलराम दासजी—24 | 37. राज विरासत का अंतर्द्वंद्व—155 |
4. जन आस्था के प्रतीक बापू—28 | उपदेशात्मक |
5. महाभारत की अद्भुत कहानियाँ—33 | 38. जीवन के सच्चे मूल्यों को पहचाने—161 |
6. भगवान् शंकर से जुड़ी वस्तुओं का उद्गम—36 | 39. मरते वक्त रावण ने लक्ष्मण को बताई थीं ये बड़े काम की 3 बातें—165 |
7. शिव की झूठे लोगों से दूरी—40 | 40. दूसरों के गुण अपनाएँ—167 |
8. गणेशजी के जीवन से जुड़ी गाथाएँ—41 | 41. कर्णीय कार्यों की सूची—169 |
9. भगवान् गणेश का स्वास्थ्य से संबंध—45 | 42. छोटी उम्र काम बड़े—171 |
10. ईमानदारी के आदर्श प्रतीक—49 | 43. विपत्ति के समय कोई किसी का नहीं होता—173 |
धार्मिक | 44. जीवन में कर्म की प्रधानता—177 |
11. कृष्ण राधा का अन्योन्याश्रित संबंध—55 | 45. मानव जीवन में संस्कारों का महत्त्व—179 |
12. योगेश्वर श्रीकृष्ण और उनका दिशा बोध—59 | 46. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता—182 |
13. भूमि कन्या के रूप में श्री राधा का प्रकाट्य—63 | जीवन से जुड़े पहलू |
14. हनुमानजी को महावीर कहते हैं, क्योंकि—65 | 47. बढ़ता प्रदूषण और घटता पर्यावरण—187 |
15. हनुमान चालीसा का महत्त्व—66 | 48. स्वच्छता और दीर्घ जीवन—191 |
16. राम भक्त हनुमान—68 | 49. दुनिया में लंबी उम्र वाले लोगों की जीवनशैली—197 |
17. सनातन धर्म और मूर्ति पूजा—73 | 50. धूम्रपान द्वारा जीवन के घटते पल—200 |
18. लक्ष्मीजी का उत्कर्ष एवं दीपोत्सव का विधान—77 | 51. दीर्घ जीवन के गुण सूत्र—202 |
19. प्रकाशोत्सव और लक्ष्मी निवास—80 | 52. मानव योनि की सर्वश्रेष्ठता—208 |
20. पावन पर्व दीपावली... 84 | 53. संत-असंत स्वभाव—211 |
21. होली मिलन—पर्व के रूप में—89 | 54. नौकरी में खतरनाक आरक्षण —213 |
22. धर्म से जुड़ी 2050 में दुनिया—91 | 55. कर्कशता के स्वर—219 |
23. पूजन में शहद का महत्त्व—94 | 56. अंधविश्वास, आस्था, परंपरा एवं विज्ञान—221 |
24. हिंदू धर्म और ईश्वर का अस्तित्व—96 | 57. रूस के विचित्र अंधविश्वास—226 |
25. देश में फैले पूजा/उपासना स्थल—101 | 58. कैसे-कैसे अंधविश्वास—229 |
26. पुनर्जन्म शास्त्र सम्मत तथा वैज्ञानिक—105 | 59. तिलों का निहितार्थ—234 |
27. गोधन संवर्धन—109 | 60. वास्तु द्वारा शुभ-अशुभ का संकेत—236 |
सामाजिक | 61. देशों में अजीब पाबंदियाँ—238 |
28. महिलाशक्ति : भ्रूण हत्या और घटता लिंगानुपात—117 | 62. स्वप्नों के निहितार्थ—243 |
29. चारों दिशाओं में फैलती है मनुष्य की अच्छाई—121 | 63. 9 अनमोल बातें, जो हम सबको जानना जरूरी—245 |
30. समाज संगठन एवं एकता—124 | 64. माता-पिता-गुरु की सेवा—250 |
31. गृहस्थ जीवन की उन्नति के 16 स्वर्णिम सूत्र—128 | 65. आयु वृद्धि एवं कम होने का रहस्य—253 |
जन्म : 19 अगस्त, 1934।
शिक्षा : एम.ए. (राजनीति विज्ञान), बी.टी.।
कर्तृत्व : समाज के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पूर्व जिला समाज-अध्यक्ष, स्थानीय समाज के पूर्व अध्यक्ष, समाज के राष्ट्रीय संरक्षक, जिला वैश्य महासम्मेलन-उपाध्यक्ष, समाज पत्रिका प्रभारी, सुंदरदास पुस्तकालय की स्थापना, स्थानीय समाज भवन में संत श्री सुंदरदास एवं बलराम दासजी की प्रतिमाओं की स्थापना, स्थानीय मंडी चौराहा पर संत श्री सुंदर दास की प्रतिमा की स्थापना, स्थानीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में सेवा कार्य।
प्रकाशन : ‘प्रकृति की गोद में’, ‘सांस्कृतिक उत्थान का मार्ग’, ‘कर्म ही पूजा है’, ‘परमार्थ ही जीवन है’ प्रकाशित।
संपर्क : वार्ड नं. 16, खेरली जिला अलवर (राज.)।