₹400
सरल-सुलभ नितिन गडकरीजी को सहजता और सेवाभाव संस्कार में मिला। राजनीति को वे सामाजिक कार्य का माध्यम मानते हैं। गडकरीजी समाज के हर वर्ग की चिंता करनेवाले विरले व्यक्ति हैं। वे समग्र राष्ट्र के विकास की सोच रखते हैं, इसीलिए महाराष्ट्र सरकार में पी.डब्ल्यू.डी. मंत्री और केंद्र में सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री की जिम्मेदारी सँभालते हुए उन्होंने पिछड़े क्षेत्रों को मुख्य मार्गों से जोड़ने का काम किया, वहीं देश के आर्थिक विकास के लिए एक्सप्रेस-वे बनाने पर जोर दिया। देश को पिछले पाँच साल में 48 हजार किमी. राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ उन्होंने दो एक्सप्रेस-वे की सौगात दी है। गडकरीजी की सोच के अनुरूप 12 एक्सप्रेस-वे की योजना बन चुकी है, जिनमें से चार एक्सप्रेस-वे का काम प्रारंभ भी हो चुका है। नए आइडिया और रचनात्मकता के धनी गडकरीजी ने देश को जल-परिवहन का नया विकल्प दिया है। अब वह सूक्ष्म व लघु उद्योग मंत्रालय के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में युवा व महिला उद्यमी तैयार करने में जुट गए हैं। किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए जैविक ईंधन, नए तकनीकी ज्ञान का उपयोग, आधुनिक खेती के उनके निजी प्रयोगों को देश तेजी से अपना रहा है। उनका किसानों के तेल-उत्पादक बनने का सूत्र काफी कारगर साबित हो रहा है।
भारतीय राजनीति के ऐसे मूर्धन्य हस्ताक्षर नितिन गडकरीजी की अत्यंत पठनीय एवं उत्प्रेरित करनेवाली संपूर्ण जीवनी।
____________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम
1. नितिन गडकरी : भावानुवाद —Pgs. 9
2. कॉलेज के दिन —Pgs. 17
3. विधानपरिषद् का निर्विवाद नेता/वक्ता —Pgs. 46
4. विशाल आकाश जैसी दृष्टि —Pgs. 54
5. भाजपाध्यक्ष गडकरीजी —Pgs. 63
6. पारिवारिक जीवन —Pgs. 89
7. कृषि क्रांति का लोकदूत —Pgs. 97
8. धन्वंतरि गडकरी —Pgs. 111
9. एकल विद्यालय —Pgs. 114
10. मुख्यमंत्रियों के लाड़ले —Pgs. 118
11. मुसलिमों का मसीहा —Pgs. 134
12. बेधड़क दे धड़क —Pgs. 144
13. भगीरथ —Pgs. 163
14. समारोप —Pgs. 175
15. उपसंहार —Pgs. 177
डॉ. वि.स. जोग
सेवानिवृत्त मराठी प्राध्यापक और प्राचार्य सी.पी. तथा बेरार महाविद्यालय, नागपुर।
पुरस्कार : सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार, विदर्भ साहित्य संघ जीवनव्रती पुरस्कार, पु.भा. भावे स्मृति पुरस्कार, मल्हारराव भावे स्मृति पुरस्कार।
अध्यक्ष : प्रथम स्वातंत्र्य सावरकर साहित्य सम्मेलन, नागपुर 2018।
प्रमुख ग्रंथ : मार्क्सवाद और मराठी साहित्य, मार्क्सवाद और दलित साहित्य, भारतीय कम्युनिस्ट, सावरकर, आंबेडकर विचार समीक्षा, मकरंद, मुमताज, माँ, संहार, ग्रीष्मदाह, हम (उपन्यास)।
अन्य : अभिनय सम्राज्ञी मीना कुमारी, सौंदर्य सम्राज्ञी मधुबाला, नाना (कथा संकलन), सुभाष संकीर्तन आदि।