Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

Self-Help Ke 55 Rahasya   

₹300

In stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Renu Saini
Features
  • ISBN : 9789388984454
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Renu Saini
  • 9789388984454
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2023
  • 168
  • Soft Cover
  • 200 Grams

Description

"कई बार जीवन में परेशानियाँ और असफलताएँ व्यक्ति को तनावग्रस्त कर देती हैं। तनाव, समस्याओं और परेशानियों का हल व्यक्ति बाहर ढूँढऩे का प्रयत्न करते हैं, जबकि वास्तविकता में उनका हल व्यक्ति के स्वयं के अंतर्मन में ही होता है। बस इसके लिए आवश्यकता होती है इस बात की कि व्यक्ति तनावग्रस्त क्षणों में स्वयं को एकाग्र करने का प्रयत्न करे।
चिंता और परेशानियों को दूर कर केवल स्वयं के साथ बात करें, अपने अंतर्मन से बातें करें और याद करें उन व्यक्तियों को, जिन्होंने बहुत बड़ी समस्याओं का सामना निर्भयतापूर्वक और आत्मविश्वास के साथ किया तथा बड़ी-से-बड़ी मुसीबतों को पराजित कर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया।
जब हर ओर अंधकार नजर आए, तिमिर रोशनी को दूर करने का प्रयास करे, ऐसे में अपने अंतर्मन में यह दोहराते रहना चाहिए कि अंधकार कितना भी गहरा और काला क्यों न हो, किंतु जब रोशनी की एक किरण भी उस तक पहुँचती है तो तिमिर का घेरा टूट जाता है और प्रकाश की किरणें अपने उजाले से चहुँओर उजाला कर देती हैं।
ऐसी ही अंतर्मन की अनुभूतियाँ कहानियों के साथ यहाँ प्रस्तुत हैं। अंतर्मन की ये बातें हर व्यक्ति के अंदर उपस्थित हैं, बस उनको जाग्रत करने की आवश्यकता है।"

 

The Author

Renu Saini

जन्म : 1 अप्रैल।

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW