₹400
समाज के प्रति अगाध समर्पण के क्रम में संत ईश्वर फाउंडेशन की स्थापना 22 नवंबर, 2013 को स्मृतिशेष श्री खैरातीलालजी के द्वारा हुई। खैरातीलालजी ने इस फाउंडेशन का नामकरण उस मूल आधार पर किया, जहाँ से उनमें समाज व राष्ट्र की सेवा के भावों का बीजारोपण हुआ था। खैरातीलालजी के पिताजी का नाम श्री संतराम खन्ना व माताजी का नाम श्रीमती ईश्वरी देवी था, जिनके नाम पर ही फाउंडेशन का नामकरण संत ईश्वर फाउंडेशन के रूप में सार्थक हुआ है।
'संत ईश्वर फाउंडेशन' सामाजिक एकता, सामाजिक समरसता, सार्वभौम शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण के साथ ही गाँवों और दुर्गम क्षेत्रों में निवासरत शिक्षा से वंचित साधनहीन गरीब लोगों के विकास के लिए एक संकल्पित न्यास है।
उपर्युक्त संकल्पों को सहज रूप से पूर्ण करने के लिए संत ईश्वर फाउंडेशन, राष्ट्रीय सेवा भारती से संबद्ध होकर 'संत ईश्वर सम्मान' कार्यक्रम तथा “विद्या भारती' के साथ संबद्ध होकर जम्मू एवं कश्मीर में शिक्षण संस्थानों के कार्यों द्वारा अपने सेवा अभियानों को और अधिक गति प्रदान करने हेतु निरंतर प्रयत्नशील है।