₹250
आज परिवार में, समाज में, देश में, विश्व में—अर्थात् हर तरफ इतनी विसंगतियाँ व विडंबनाएँ बिखरी हुई हैं कि मनुष्य का हँसना दूभर हो गया है। नाना प्रकार के तनाव, चिंताएँ आज इनसान को घेरे हुए हैं। अजीब भाग-दौड़ हो रही है। विकट आपा-धापी मची हुई है। सबकुछ बाजार हुआ जाता है। ऐसे माहौल में गीत में यह सामर्थ्य है कि वह उदास चेहरों पर ठहाकों के फूल खिला दे। और कटाक्ष करने पर उतरे तो क्या नाते-रिश्तेदार, क्या नेता-अभिनेता, क्या कर्मचारी-अधिकारी—यानी परिवार-समाज, देश-विश्व का कोई ऐसा सदस्य नहीं, जो गीत के व्यंग्य-बाणों से बच सके। बुराइयों पर बड़े सलीके से वार करते हैं ये श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्य गीत।
जन्म :दीपावली (1943), अलीगढ़ (उ.प्र.)।
रचना-संसार : ‘वाह पटाखा वाह’, ‘शाबाश डैडी’, ‘हास्य-विनोद काव्यकोश’, ‘हास्य कवियों की व्यंग्य-बौछार’, ‘श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्य गीत’, ‘रंगारंग हास्य कवि-सम्मेलन’, ‘रंगारंग मुशायरा’, ‘व्यंग्य भरे कटाक्ष’, ‘नए युग के बीरबल’, ‘हँसी के रंग कवियों के संग’, ‘हँसता-खिलखिलाता हास्य कवि-सम्मेलन’, ‘हँसो बत्तीसी फाड़के’, ‘हँसले इंडिया’, ‘गजलें हिंदुस्तानी’, ‘हास्य-व्यंग्य जिंदाबाद’, ‘रंगारंग दोहे’, ‘गुदगुदी एक्सप्रेस’, ‘बेस्ट ऑफ अल्हड़ बीकानेरी’ (संपादित)। ‘अक्षर सरगम’, ‘गीत गुनगुन’, ‘गीत चुनमुन’, ‘नटरूट कविताएँ’, ‘गीत बहार’, ‘गीत-त्योहार’, ‘गीत कथाएँ’, ‘सच्चे बोल, अच्छे बोल’, ‘बालगीत-तरंगमाला’, ‘नन्ही सरगम’, ‘गीत महकते’। ‘अमृत ज्ञानधारा’, ‘सुधांशुजी महाराज दिव्य दोहावली’, ‘पंचदेव रक्षा करें’, ‘परम प्रभु के चौबीस अवतार’, ‘कीर्तन रामायण’, ‘101 अमर कथाएँ’, ‘गऊ काव्यरसामृत’ (संपादित), ईगल वीडियो कैसेट की ओर से हास्य के अनेक वीडियो मार्किट में।
सम्मान-पुरस्कार :‘हास्य रत्न’, ‘शिखर श्री’ एवं ‘बाल सखा श्री’ से सम्मानित। चित्रकला संगम नई दिल्ली की ओर से विशिष्ट सम्मान-2009।
संपर्क :लक्ष्मीपुरी (सराय हकीम) अलीगढ़ (उ.प्र.)। दूरभाष :09897067276
कार्टूनिस्ट
प्रसिद्ध युवा चित्रकार शिवाशीष शर्मा की 18 पुस्तकें कार्टूंस पर तथा 3 पुस्तकें पेंसिल आरेखन पर छप चुकी हैं। इनको चित्रकला संगम नई दिल्ली द्वारा ‘वर्ष का सर्वोत्तम कार्टूनिस्ट’ का पुरस्कार सन् 2007 में मिल चुका है।