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Shukrana Guruji    

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Author Renu Saini
Features
  • ISBN : 9788119758104
  • Language : Hindi
  • Publisher : Prabhat Prakashan
  • Edition : 1st
  • ...more

More Information

  • Renu Saini
  • 9788119758104
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 1st
  • 2024
  • 176
  • Soft Cover
  • 200 Grams

Description

"विज्ञान ने इस बात को साबित कर दिया है कि प्रार्थना, विश्वास और अध्यात्म चमत्कार उत्पन्न करते हैं। हमारा शरीर जादू की पोटली है। यदि हम आशा करते हैं कि हम असंभव को संभव कर सकते हैं, कठिन को सरल कर सकते हैं, हर लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं तो हम वास्तव में ऐसा कर सकते हैं। ऐसा हमारे शरीर के अंदर विद्यमान जादू की पोटली के कारण होता है। यह जादू की पोटली हमारा अवचेतन मन है, जिसमें खजाना भरा पड़ा है।

गुरुजी ने अपनी संगत के अनेक कष्टों को दूर किया है। विश्व में अनेक धर्म और गुरु हैं। यदि किसी धर्म और गुरु पर सकारात्मक आस्था एवं विश्वास से जीवन सरल हो जाता है तो उससे श्रेष्ठ कुछ नहीं है। हाँ, इसके साथ इतना अवश्य याद रखें कि अंधविश्वास एवं ऐसी रूढिय़ों से बचकर रहें, जो गर्त में धकेलती हैं। गुरुजी भी सदैव अंधविश्वास का विरोध करते थे। वे प्रत्येक मानव से यही कहते थे कि बिना फल की चिंता किए कर्म करें, सकारात्मक रहें और अपने मार्ग पर आगे बढ़ते रहें। 

अधिकतर लोग स्वयं पर ध्यान देने के बजाय दूसरों पर अधिक ध्यान देते हैं। उन्हें स्वयं को सुधारने से अधिक दूसरों की निंदा करने में आनंद मिलता है। इसलिए गुरुजी कहते हैं कि कदापि किसी की निंदा न करो। जीवन के व्यावहारिक सूत्रों और मानव मूल्यों का संदेश देकर विश्वबंधुत्व और सामाजिक समरसता का पाथेय बताती ‘शुकराना गुरुजी’ की प्रेरक व पठनीय जीवनगाथा।"

The Author

Renu Saini

जन्म : 1 अप्रैल।

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