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‘सक्सेस के वैज्ञानिक सूत्र’ समाचार-पत्रों तथा पत्रिकाओं के विशिष्ट संस्करणों में प्रकाशित डॉ. हिल के जीवनचरित के असंगृहीत लों का एक संग्रह है।
इन लों के द्वारा हमें उनके एक प्रेरक वता होने के साथ-साथ उनकी लुभावनी लेन-शैली एवं लोकप्रियता की जानकारी प्राप्त होती है।
डॉ. हिल की जीवन-कृतियों की प्रस्तावना के रूप में इन लों को पढ़ा जाए। तत्पश्चात् कुछ और गहराई में उतरकर तथा उनकी कुछ अन्य साहित्यिक कृतियों को पढे़ं, जैसे ‘थिंक ऐंड ग्रो रिच’, ‘लॉ ऑफ ससेस’ अथवा ‘हाऊ टू सेल योर वे थ्रू लाइफ’, साथ-ही-साथ डॉ. हिल द्वारा बताई गई बातों को अपने व्यवहार में भी उतारें।
प्रस्तुत पुस्तक का उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना नहीं है कि डॉ. हिल ने या लि है, बल्कि जीवन में सफलता पाने के लिए उनकी लि बातों को अपने जीवन-व्यवहार में उतारना है।
यह पुस्तक डॉ. हिल के दर्शन का परिचय कराने के साथ-साथ उनके पुनश्चर्या पाठ में भी उतनी ही सहायक होगी। लघु निबंध अत्यंत आकर्षक हैं एवं उच्च स्वर में पढ़ने योग्य हैं। इनमें कोई-न-कोई ऐसी बात है, जो आपको सद्कार्य की प्रेरणा देती है। इनमें अपने जीवन में सफलता के सीक्रेट्स छिपे हैं
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अनुक्रम
प्राकथन—5
भाग-1
अव्यवस्थित कार्य
1. वह व्यति, जिसने लों लोगों को सफलता का मंत्र दिया—जॉन जॉनसन—13
2. आस्था सफलता के विज्ञान की महाकुंजी है—नेपोलियन हिल—31
3. नेपोलियन हिल कहते हैं, कुछ अतिरित श्रम बहुत कुछ दे सकता है—चार्ल्स एच. गैरीसन—38
4. सफलता के लिए तैयार रहें! स्वास्थ्य, प्रसन्नता एवं संपदा आपकी हो सकती है, यदि आप यह जानते हैं कि आप या चाहते हैं?—नेपोलियन हिल ऐंड डल्यू लेमेंट स्टोन—43
5. मि. कार्नेजी पर आश्रित व्यति यह दावा करता है कि उसने लों लोगों को लों रुपए कमाने में मदद की— रे कैसल—50
6. लेक एवं राष्ट्रपति के पूर्व सलाहकार के रूप में उनकी बात— टी.एच. हेलोसन—53
भाग-2
सफलता का विज्ञान
1. शिष्टाचार नेतृत्व क्षमता के विकास में सहायक है—59
2. व्यवहार आपको लक्ष्य तक पहुँचाने में सहायक होता है—61
3. कम भाग्यशाली की ओर मदद का हाथ बढ़ाएँ—64
4. सच्ची कृतज्ञता से लाभ प्राप्त होता है—67
5. दूसरों की मदद करना आपके लिए भी लाभदायक है—70
6. व्यतित्व में आकर्षण पैदा करें—73
7. प्रगति के लिए आध्यात्मिक नजरिया आवश्यक है—76
8. प्रतिस्पर्धा से सभी को सहायता मिलती है—79
9. आत्मविश्लेषण सफलता की सीढ़ी चढ़ने में मददगार होता है—82
10. हाथ मिलाना भी सहायक हो सकता है—85
11. लक्ष्य तक पहुँचने के लिए भय को त्यागो—87
12. खुले मस्तिष्क से विचार करने पर भय का लोप हो जाता है—90
13. आपके मस्तिष्क में नई शतियाँ छुपी हुई हैं—93
14. दूसरों की सहायता करने में सु की तलाश करें—96
15. खामोशी प्राय: वाचालता को परास्त करती है—99
16. विफलता से कैसे छुटकारा पाएँ—102
17. दूसरों की मदद से आपकी सहायता होगी—104
18. अदृश्य खतरों के कारण मिलनेवाली असफलता से बचें —107
19. आस्था हमें शतिवान बनाती है—110
20. आत्मविश्वास बहुत महवपूर्ण है—113
21. व्यतित्व पर काफी कुछ निर्भर करता है—116
22. नरम तरीका कैसे विकसित करें—119
23. उत्साही बनें और लक्ष्य प्राप्त करें—122
24. आवाज ही आपके चरित्र की परिचायक है—125
25. अच्छी तरह से तैयार होना हमेशा लाभप्रद होता है—128
26. नेता अपने फैसले आसानी से लेते हैं—131
27. प्रगति के लिए उदारता आवश्यक है—133
28. अपने लक्ष्य को गंभीरतापूर्वक प्राप्त करें—136
29. विनम्रता उपलधि का साधन—139
30. हँसमु स्वभाव सबकुछ सरल बना देगा—142
31. अमरीकी सर्वाधिक अधीर—145
32. शोमैनशिप (प्रदर्शन की कला) आवश्यक है—148
33. आशाएँ और सपने हमें महान् बनाते हैं—151
34. लोग आपका मूल्यांकन आपकी वाणी से करते हैं—153
35. लक्ष्य-प्राप्ति हेतु आशावादी बनें—156
भाग-3
साइंस ऑफ ससेस सीरीज
ले-1 : सफलता आपके लिए—161
ले-2 : अपना लक्ष्य चुनें—163
ले-3 : एक सकारात्मक मानसिक प्रवृति बनाए रों —165
ले-4 : थोड़ा अतिरित प्रयास करें—167
ले-5 : सटीक सोचिए—169
ले-6 : आत्मानुशासन का अभ्यास —172
लेख-7 : दो अपराजेय मनीषियों (मास्टरमाइंड) का गठजोड़ विजयी होता है—176
ले-8 : स्वयं पर विश्वास रों, अपराजेय सिद्धांत का प्रयोग करें—179
ले-9 : मधुर व्यतित्व का विकास कीजिए मधुर मन, अनमोल धन—183
ले-10 : व्यतिगत पहल का प्रयोग करें, पहल का विकास कैसे करें—186
ले-11 : उत्साही बनो, उत्साह कई तालों की कुंजी है—190
ले-12 : अपने ध्यान को नियंत्रित करें, एकाग्रचि होना नेता का लक्षण है—193
ले-13 : सहयोग की स्वर्णिम कुंजी अपनी टीम के साथ काम करें—196
ले-14 : हार से सों, कई बार हार का मतलब भी जीत ही होता है—199
ले-15 : सृजनात्मक दृष्टि पैदा कीजिए, सृजनात्मक दृष्टि ही छठी इंद्रिय है —203
ले-16 : समय और पैसे का हिसाब रों, डॉलर कमाने के लिए समय बचाएँ—207
ले-17 : स्वस्थ रहें सकारात्मक सोच रों —210
ले-18 : आदतों का सदुपयोग करें, वे आपके समृद्ध बनने की सीढ़ी हैं—213
नेपोलियन हिल
सन् 1883 में वर्जीनिया में पैदा हुए। बड़े व्यवसायियों के सलाहकार, लेक्चरर और लेखक के रूप में सफल तथा लंबा कॅरियर बिताने के बाद सन् 1970 में उन्होंने दुनिया से विदा ली।
‘सोचो और धनी बनो’ उनके लेखक-जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण पड़ाव रहा, जो पुस्तक सार्वकालिक बेस्टसेलर साबित हुई। दुनिया भर में इस पुस्तक की डेढ़ करोड़ प्रतियाँ बिक चुकी हैं। ऑर्थर आर. पेल ने ‘थिंक ऐंड ग्रो रिच’ (सोचो और धनी बनो) का संशोधन किया। उन्होंने प्रबंधन, मानवीय संबंध और कॅरियर योजना पर कई पुस्तकें और लेख लिखे हैं। उनकी पुस्तकों में प्रसिद्ध हैं ‘दि कंप्लीट इडियट्स गाइड टू मैनेजिंग पीपल’ और ‘दि कंप्लीट इडियट्स गाइड टू टीम बिल्डिंग’।