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जीवन में अपेक्षित सफलता के लिए व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास बेहद जरूरी है। ज्यादातर लोग व्यक्तित्व का अभिप्राय व्यक्ति के बाहरी पक्ष के आकर्षण से समझते हैं; लेकिन ऐसा नहीं है। व्यक्तित्व—बाहरी और भीतरी— सर्वांगीण विकास का नाम है। व्यक्तित्व-निर्माण का प्रश्न प्रत्येक व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत सवाल है। इसका किसी दूसरे व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। दूसरा कोई भी व्यक्ति आपके मन तथा व्यक्तित्व को बलवान एवं दृढ़ नहीं बना सकता। कोई भी व्यक्ति आपको दुर्बल से शक्ति-संपन्न, असफल से सफल और कुछ नहीं से सबकुछ नहीं बना सकता। आप स्वयं ही सबकुछ बन सकते हैं और आप में वह सब करने की शक्ति व सामर्थ्य मौजूद है। व्यक्तित्व-विकास के प्रति निरंतर सजग रहकर आप सफलता व उपलब्धियों के क्षितिज पर अपने वर्चस्व के सुनहरे हस्ताक्षर दर्ज करा सकते हैं। व्यक्तित्व में श्रेष्ठता से आपका, आपके परिवार व संपर्क-क्षेत्र का तो भला होगा ही, आप और बेहतर, सुंदर व सभ्य समाज निर्मित करने में अपना बेशकीमती योगदान देंगे। श्रेष्ठ और सक्षम मनुष्यों से भरी-पूरी दुनिया अनेक मायनों में स्वर्ग होगी। सुपर पर्सनैलिटी विकसित कर अनलिमिटेड सफलता प्राप्त करने की एक व्यावहारिक मार्गदर्शिका है यह पुस्तक।
कथा-संग्रहक लेखिकाक परिचय श्रीमती ममता मेहरोत्रा
श्रीमती ममता मेहरात्रा जी जंतु विज्ञान से एम.एस.सी. कयलीह, तदुपरांत कतेको उपाधि सँ विभूषित सेहो भेलीह। हिनकर पठन-पाठन व लेखन कला में विशेष अभिरुचि के कारण ई तात्कालिक डी.पी.एस. वर्ल्ड स्कूल, पटनाक प्राचार्या बनलीह आ ‘सामयिक परिवेश’ पत्रिकाक संपादन सेहो कय लगलीह। ऐना हिनक किछु प्रमुख पुस्तक—
1. महिला अधिकार और मानवाधिकार (राजकमल प्रकाशन)
2. शिक्षा का अधिकार
3. महिला अधिकार
4. टुकड़ों-टुकड़ों में औरत (प्रभात प्रकाशन)
5. माटी का घर (विशाल प्रकाशन)
6. ढपोरसंख
7. अपना घर
8. सफर
9. धुआँ-धुआँ है जिंदगी (लघुकथा-संग्रह)
10. रफ्तार (उर्दू भाषा में अनुवादित पुस्तक)
11. बुनकर की बेटी (उर्दू भाषा में अनुवादित पुस्तक)
12. Gender Inequality in India
13. Crime against Women in India
14. Crime against Women
15. We Women
16. Relationship & Other Stories (प्रभात प्रकाशन)
17. School Times Jokes (प्रभात प्रकाशन)
18. विश्वासघात एवं अन्य कहानियाँ
19. विद्यार्थियों के लिए टाइम मैनेजमेंट
20. शिक्षा के साथ प्रयोग
हिनकर कतेको पोथिक कें मैथिली, भोजपुरी एवं उर्दू मे सेहा अनुवाद भेल छईन।
ओना हिनकर कतेको छोट फिल्म प्रदर्शित आ सम्मानितों सेहो भेल छईन। सांस्कृतिक, सामाजिक आ साहित्यिक उत्थान मे इ हर्निश लागल रहैत छथिन्ह।