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एक दशक पहले कंप्यूटर भारत में अद्भुत मशीन के रूप में देखा जाता था। बहुत कम लोग ही इसका प्रयोग कर पाते थे, साथ ही इसकी जादुई शक्तियों को देखकर आश्चर्यचकित रह जाते थे। परंतु आज शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र और कार्यालय होगा, जो कंप्यूटर के प्रयोग से वंचित हो। विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर ज्ञान नितांत आवश्यक हो गया है। इस पुस्तक की आवश्यकता तब प्रतीत हुई, जब बाजार में उपलब्ध पुस्तकों के द्वारा उलझानेवाले पाठ से पाठकों को आधा-अधूरा ज्ञान मिला।
प्रस्तुत पुस्तक एक ऐसा कैप्सूल कोर्स है, जो गागर में सागर भरकर कंप्यूटर के बारे में पूरा ज्ञान और जानकारी देता है। ऑफिस, एकाउंटिंग, ग्राफिक्स, एनिमेशन आदि सभी क्षेत्रों में कंप्यूटर का व्यावहारिक प्रयोग सिखाना इसका सबसे बड़ा गुण है। प्रत्येक सॉफ्टवेयर की कम-से-कम शब्दों में व्याख्या, सभी आवश्यक प्रैक्टिकल जानकारियों को चरणबद्ध तरीके से समझाना और ‘पढ़ो कम, समझो अधिक’ का सूत्र इसमें लागू किया गया है। यदि आपके पास कंप्यूटर है अथवा साइबर कैफे जाकर आप कंप्यूटर प्रयोग कर सकते हैं तो अब आपको कंप्यूटर प्रशिक्षण हेतु फीस देने की आवश्यकता नहीं है। बस, यह पुस्तक पढ़ते जाइए और स्टेप-बाइ-स्टेप अपनी आवश्यकतानुसार समय निकालकर कंप्यूटर सीखते जाइए।
आप सरल, सुबोध व सटीक भाषा में कंप्यूटर ज्ञान अर्जित कर शीघ्र ही कंप्यूटर विशेषज्ञ बन जाएँगे।
शशांक जौहरी ‘जे. वसु’ कंप्यूटर पुस्तकों के लेखन-क्षेत्र में एक चिरपरिचित नाम है। विगत 14 वर्षों से पुस्तक-लेखन के साथ-साथ देश के कोने-कोने में जाकर कंप्यूटर प्रशिक्षकों व अध्यापकों के लिए सेमीनार और वर्कशॉप आयोजित करके कंप्यूटर-ज्ञान का प्रसार कर रहे हैं। अब तक उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी में 300 से अधिक कंप्यूटर पुस्तकें लिखी हैं।
शशांक जौहरी ‘जे वसु’ को भारत सरकार द्वारा दो राष्ट्रीय पुरस्कार—एक सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 1999 में और दूसरा ‘राष्ट्रीय ज्ञान-विज्ञान हिंदी मौलिक पुस्तक लेखन’, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2001-2002 में दिया गया।
संप्रति एक एनीमेशन कंपनी के संचालन के साथ-साथ कंप्यूटर प्रतियोगिताओं द्वारा स्कूली बच्चों और अध्यापकों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।