₹400
"इस ग्रंथ में संगृहीत स्वामी विवेकानंद के हिंदू धर्म, हिंदू संस्कृति और हिंदुत्व से संबंधित विशेष और बड़े व्याख्यानों को अध्याय के रूप में रखा गया है, किंतु उनके हिंदू-चिंतन से जुड़े विचारों, लघु-व्याख्यानों, वकतव्यों को परिशिष्ट के रूप में स्थान दिया गया है। इस प्रकार संपूर्ण ग्रंथ तेरह अध्यायों और परिशिष्टों में विभक्त है । इन व्याख्यानों के वर्ष और स्थान का भी उल्लेख किया गया है।
यद्यपि अनेक व्याख्यान का प्रामाणिक काल एवं स्थल अज्ञात होने से अनुमानित समय नहीं लिखा गया है। इस ग्रंथ में उनके विचारों, अखबारों में प्रकाशित हुए साक्षात्कार, रूपक एवं समाचारों को भी रखा गया है, जिससे उनकी हिंदुत्व संबंधी विचार स्पष्ट हो जाएँ।"