Prabhat Prakashan, one of the leading publishing houses in India eBooks | Careers | Events | Publish With Us | Dealers | Download Catalogues
Helpline: +91-7827007777

The Go-giver    

₹209 ₹300 30.33% off

In stock
  We provide FREE Delivery on orders over ₹1500.00
Delivery Usually delivered in 5-6 days.
Author Bob Burg; John David Mann
Features
  • ISBN : 9789355215444
  • Language : Hindi
  • ...more

More Information

  • Bob Burg; John David Mann
  • 9789355215444
  • Hindi
  • Prabhat Prakashan
  • 2023
  • 152
  • Soft Cover
  • 180 Grams

Description

गो-गिवर आमतौर पर बड़े लाभ अर्जित करते हैं; क्योंकि वे अपने ग्राहकों को प्रचुरता में मूल्य और एक शानदार अनुभव प्रदान करते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि आप अपना प्रमुख ध्यान कहाँ रखते हैं? यदि आपका ध्यान लाभ पर पहले है तो शायद आप बड़ा मूल्य प्रदान करने के विभिन्न अवसर खो देंगे। जब आपका ध्यान आपके ग्राहकों के अनुभव पर होता है तो परिणाम स्वस्थ लाभ के रूप में मिलता है।

एक देने वाली भावना आत्म-बलिदान, दूसरे पर निर्भरता या बलिदान की भावना नहीं होती। दूसरों के हितों को अपने से पहले रखने का, दूसरे व्य€त के बारे में अपनी जीत बनाना, जैसा कि सैम कहते हैं, यानी अपनी स्वयं की आवश्यकताओं और रुचियों को नकारना नहीं है। इसका मतलब यह भरोसा करना है कि जब आप दूसरों पर ध्यान देंगे तो आपकी आवश्यकताओं का ध्यान भी रखा जाएगा।

The Author

Bob Burg; John David Mann

Customers who bought this also bought

WRITE YOUR OWN REVIEW