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स्वास्थ्य-शिक्षा शिक्षा का वह महत्त्वपूर्ण अंग है, जो मानव जाति को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित करता है। स्वास्थ्य-शिक्षा किशोर वर्ग के लिए अत्यंत उपयोगी है। विद्वानों का मानना है कि छात्र देश का भविष्य होते हैं। अतः छात्रों का अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है। जब उनका स्वास्थ्य अच्छा होगा, तभी वे अपने अध्ययन कार्य में सफलता अर्जित कर सकेंगे।
प्रस्तुत पुस्तक में छात्रोपयोगी स्वास्थ्य से संबंधित सभी आवश्यक सामग्री प्रस्तुत की गई है। आशा है, यह पुस्तक छात्र-अध्यापकों को ही नहीं, सभी वर्गों के पाठकों को समान रूप से पसंद आएगी।
जन्म : 2 जून, 1967 को ग्राम लाँक, जिला शामली, उत्तर प्रदेश में।शिक्षा : स्नातक (उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद)।
कृतित्व : ‘हरियाणा हैरिटेज’ में संपादन कार्य किया। दिल्ली के कई प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्थानों के लिए वैतनिक एवं स्वतंत्र रूप से संपादन-लेखन कार्य; विभिन्न प्रकाशन संस्थानों से अब तक लगभग 65 पुस्तकें प्रकाशित। देश की सामाजिक समस्याओं पर 10 कहानियाँ एवं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में राजनीतिक-सामाजिक विषयों पर अनेक लेख प्रकाशित।