₹300
वॉरेन बफे न केवल दीर्घकालिक निवेशक (लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर) रहे हैं, बल्कि व्यवसाय-प्रबंधक (बिजनेस मैनेजर) के रूप में भी अद्वितीय हैं। इन दोनों ही रूपों में बफे की सफलता का मूलमंत्र रहा है सही व्यवसाय का चयन।
जी हाँ, वॉरेन बफे निवेशक के रूप में पेशेवर जीवन शुरू करने से भी बहुत पहले इस रहस्य की खोज कर चुके थे कि सभी व्यवसायों का अर्थशास्त्र एक समान नहीं होता। लेकिन कुछ विशेष प्रकार के व्यवसाय ऐसे होते हैं, जिनके अर्थशास्त्र स्वाभाविक रूप से उनका पक्ष में इतना अधिक काम करता है।
अपने लंबे अनुभव, प्रखर चिंतन, दूरदृष्टि से बफे ने अपार सफलता प्राप्त की है। इस ज्ञान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए उनके बिजनेस और मैनेजमेंट सूत्रों को इस पुस्तक में संकलित किया गया है, जो नए उद्यमियों और बिजनेसमैन की सफलता का द्वार खोलने में सहायक होंगे।
_____________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________________
अनुक्रम
भूमिका — Pgs. 7
1. सही व्यवसाय का चयन — Pgs. 13
टिकाऊ प्रतिस्पर्धी लाभ देनेवाली कंपनियाँ — Pgs. 14
अद्वितीय उत्पादों की विक्रेता कंपनियाँ — Pgs. 17
अद्वितीय सेवाओं की विक्रेता कंपनियाँ — Pgs. 36
कम लागत पर खरीद-बिक्री करनेवाली कंपनियाँ — Pgs. 47
2. व्यवसाय का आर्थिक परीक्षण — Pgs. 59
वॉरेन बफे का ‘पिनबॉल’ कारोबार — Pgs. 61
पिनबॉल व्यवसाय की एकदिवसीय बैलेंस शीट — Pgs. 64
पिनबॉल व्यवसाय का एकदिवसीय आय विवरण (इनकम स्टेटमेंट) — Pgs. 66
चक्रवृद्धि लाभ कमाओ, धनवान् बनो — Pgs. 70
1,00,000 डॉलर निवेश पर चक्रवृद्धि लाभ — Pgs. 72
अर्जित व प्रतिधारित ब्याज (8 प्रतिशत) पर चक्रवृद्धि लाभ — Pgs. 73
व्यवसाय चुनने के नौ वित्तीय प्रश्न — Pgs. 75
3. सही प्रबंधक का चयन — Pgs. 94
प्राधिकार सौंपने की कला का विकास — Pgs. 95
निवेशक बफे की शुरुआती सफलताएँ — Pgs. 103
बफे ने समझा ‘सही प्रबंधक’ का महत्त्व — Pgs. 111
बफे बनाम डॉव जोन्स — Pgs. 113
भीड़ में से ‘नेतृत्वकर्ता’ चुनने की कला — Pgs. 118
और भी बहुत कुछ चाहिए प्रबंधक में — Pgs. 125
4. कार्यबल का प्रोत्साहन — Pgs. 136
पहली भेंट में मित्रवत् व्यवहार का प्रभाव — Pgs. 136
मानव-संसाधन प्रबंधन में प्रशंसा का जादू — Pgs. 139
अपनी प्रतिष्ठा के साथ जीने देने का महत्त्व — Pgs. 142
अपने लोगों की आलोचना के भयानक खतरे — Pgs. 146
टकराव व बहस से बचना ही अच्छा है — Pgs. 156
5. खतरे, चुनौतियाँ व अवसर — Pgs. 160
बहुत अधिक उधार जुआ जैसा ही है — Pgs. 160
अच्छे विचार भी बुरे सिद्ध हो सकते हैं — Pgs. 163
कानून के दायरे में भी बहुत पैसा है — Pgs. 169
गलतियों से अधिक सफलताएँ अनिवार्य — Pgs. 172
वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप ठाकुर को भारत के प्रमुख मीडिया समूहों (दिल्ली प्रेस, अमर उजाला व दैनिक जागरण) में विभिन्न संपादकीय पदों पर काम करने और विविध विषयों पर लिखने व विश्लेषण प्रस्तुत करने का दो दशक से भी अधिक समय का अनुभव प्राप्त है। उनकी अंग्रेजी में प्रकाशित कृतियाँ हैं : ‘टाटा नैनो : द पीपल्स कार’, ‘कैरीइंग धीरूभाई’, ‘विजन फॉरवर्ड : मुकेश अंबानी’, ‘द शाइनिंग स्टार ऑफ अमेरिका एंड द वर्ल्ड : बराक ओबामा’, ‘द किंग ऑफ स्टील : लक्ष्मी एन. मित्तल’, ‘अन्ना हजारे : द फेस ऑफ इंडिया अगेंस्ट करप्शन’, ‘एंजेलीना
जोली : इज शी द मोस्ट पॉवरफुल सेलिब्रिटी’ और ‘टाइगर इन द वुड्स : द स्टोरी ऑफ नं. 1 स्पोर्ट्स-ब्रांड टाइगर वुड्स’।