₹350
हमारे देश में दो चीजें बहुत तेजी से बढ़ रही हैं—एक टेक्नोलॉजी का रोग और दूसरा मोटे लोग। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा मोटे लोगों में हम भारतवासी तीसरे नंबर पर आ गए हैं। कहते हैं लगभग 135 करोड़ लोगों में 10 प्रतिशत लोग मोटे हैं, यानी 135 लाख लोग और ये कहानी इन 135 लाख लोगों में से ही एक ‘बकुर नारायण पांडे’ की है।
बकुर बेढोल शरीर और असाधारण रूप का एक ऐसा इनसान है, जिसके शरीर में कैल्शियम, आयरन से ज्यादा आत्मविश्वास की कमी है, वो समाज और संसार के नजरिए से बन चले आदर्शवादी जीवन में कहीं ठीक नहीं बैठ पाता। इन वजहों से बकुर की जिंदगी में हास्य से लेकर गंभीरता तक अनेक परिस्थितियाँ पैदा होती हैं। हर क्षेत्र में असफलताओं के झुंड में घिरे बकुर को, उसका परिवार, मोहल्ला, सब—एक बार सफलता की चौखट तक पहुँचता देखना चाहते हैं, जो बकुर के लिए लगभग असंभव है। कोई इनसान जब सामान्य इनसानों के आदर्शवादी ढाँचे से किसी भी मायने में अलग होता है तो या तो उसका मजाक बनता है या फिर वो इनसान आदर्श बनता है। इसी ऊँच-नीच से भरी बकुर की जिंदगी में पैदा होती अनेक परिस्थितियों की रोमांचक और अत्यंत पठनीय कहानी है ‘जिंदगी XXL’।
अभिषेक मनोहरचंदा एक टेलीविजन लेखक हैं, जिन्होंने कई सक्सेसफुल शो़ज के लिए लिखा है, जैसे— ‘Comedy Classes’, ‘Comedy Nights with Kapil’, ‘India’s Best Dramebaaz’, ‘Comedy Nights Bachao’, ‘Super Funday IPL 2019’ आदि। अभिषेक भारतीय टेलीविजन इंडस्ट्री के लिए अभी तक 500 से ज्यादा स्क्रिप्ट लिख चुके हैं।
उन्होंने अपने थियेटर के दिनों में भी कुछ नाटक लिखे और साथ-ही-साथ अभिनय भी किया है। अभिषेक मूलरूप से इंदौर के निवासी हैं, लेकिन अब मुंबई में रहते हैं। उन्होंने अपना पोस्ट ग्रेजुएशन एम.ए. (हिंदी लिटरेचर) से पूरा किया है।